Wazeer K.   (वज़ीर)
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Joined 9 November 2018


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25 APR AT 13:03

You are a like poetry to me
I want to read, I want to see,
You are easy to love & praise
Having ups & down & many phase.

In anger ur eyes become volcano
It's hard to stare you, you know,
My Heart is like a melting cheez
That a doll have already seiz.

I miss that smile & smily gum
& the dream, that have u & rum,
Those chubby cheeks, chasmic nose
With you, single peg is overdose.

Sorry If I hurt you emotionally
But u know na, not intentionally,
Plz forgive me for the mistake
Or give my heart and put it back.

-


11 APR AT 9:10

If you know me well enough
You know that,
If you lose me, it's your loss... !!

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27 MAR AT 10:33

Train कभी नहीं छूटती...
छोड़ी जाती है,
जानबूझकर, देर करके...
.
जिसे train पकड़नी होती है
वो पकड़ ही लेता है,
एक station पर अगर छूट भी जाए
तो वो हाथ पैर मारेगा,
थोड़े efforts करेगा
और दूसरे station पर पहुंचकर
फिर train पकड़ लेगा...।।

Wait for the next station...
Someone might be waiting there for you...❣️

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17 MAR AT 11:02

फुर्सत से मिलेंगे उस जहान में तुमसे
इस जहान में मुलाकात मुश्किल है अब

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14 MAR AT 6:12

याद रहेगा कल का दिन उम्र भर
उसने हाथ बढ़ाया था मिलाने को
और हमने हाथ जोड़ लिए...

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6 MAR AT 3:38

क्यों बदनाम करें coffee को हर शाम
मेरी नींद उड़ाए रखता है खयाल तेरा

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26 FEB AT 19:11

बहुत बुरी चीज़ है आज के ज़माने में
मैं अपने बच्चों को शराफत से दूर रखूंगा

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16 JAN AT 3:23

किसी को दौलत, किसी को शौहरत नहीं मिली
मुझे कुछ चीज़ें तो अपनी ही बदौलत नहीं मिली ।
इश्क का ज़िक्र होते ही मुरझा जाते हैं चेहरे बहुत
यहां मैं अकेला तो नहीं जिसे मोहब्बत नहीं मिली ।।

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15 JAN AT 12:39

ना सुबह का दीपक जलता है
ना शाम आरती होती है,
तेरे घर की दीवारें क्यों
अंधियारे में सोती है ।

माना तूने मेहनत करके
इज्ज़त बहुत कमाई है,
पर इस घर का चूल्हा बर्तन
हर एक ईंट पराई है ।

मेहमान अगर कोई आए
घर का हश्र बुरा होगा,
मेयखाना वो समझेंगे
तू कौने में पड़ा होगा ।

खिड़की पर है कांच नहीं
और बिस्तर भी मैला है,
दिन में दफ्तर, शाम को महफिल
फिर हर रात अकेला है ।

पूछ पड़ी फिर इक दिन मुझसे
दिवारें बन नेता ये,
इस खंडर को मालिक मेरे
तू घर कैसे कह लेता है ।।

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15 JAN AT 12:22

समंदर ने सुनाई जब कहानी अपनी
घर डूबा, शहर डूबा और साहिल भी

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