Anu Chhangani 15 MAY 2018 AT 14:08 इश्क़ सी रही नही अब फ़ितरत इश्क़ की..ये ख़ौफ़ मुझे ख़ौफ़ज़दा रास्तों से बचा लेता है,देता नही दिमाग अब गवाही दिल की..ये फैसला मुझे मुज़रिम बनने से बचा लेता है !! - कमल जोशी 18 JAN 2020 AT 10:34 शुमार नहीं था मेरी फ़ितरत में तमाशा करना,जानते हम भी सब कुछ थे बस ख़ामोश रहे!! - Kishor G. 17 NOV 2021 AT 11:08 प्यार सें मिलना..और नफरतों सें सफ़र में बिछड़ना..तुम भूल जाओ ये दस्तूरहमें आता है हंस के साथ चलना.. - Mayank Tiwari 17 MAR 2018 AT 15:40 पँखे की जैसी ही तो है फ़ितरत इंसानीघूमेंगे जितना उतनी धूल आएगी विचारों कीगतिहीन रहे फ़िर रुका रहेगा सबकुछज़रूरी है बस चलते जाना। - Yashanshu Manjulam 26 DEC 2021 AT 23:39 फ़र्क नहीं मुझें ज़माने की नज़र ए तकरीर से है,फ़ितरत क्या चीज़ है, जब इंसान बदल जाते हैं!! - Aashika Aahil 20 JAN 2019 AT 22:09 उसने पूछा! क्या ग़म हैं तुझे?मैंने कहा- मेरी फ़ितरत में नहीं ग़म बयां करना तेरी वजूद का हिस्सा हूँ तो महसूस कर तक़लीफ़ मेरी😢 - LIPIKA MAHAKUR 16 NOV 2021 AT 20:27 अगर कोई इंसान पास हो तो उसकी कद्र नही करता और जब दूर चला जाता है तो उसका ख्याल हमें जीने नही देता। - Bhawna Nigam 16 NOV 2021 AT 20:46 दूसरों में दोष निकालने कीजिंदगी है वीरान दूसरों की जिंदगी मेंदखल अंदाज करने की - Saket Garg 17 DEC 2018 AT 19:49 नासाज़ तबियत, नाशाद फ़ितरत, नाउम्मीद जरूरत हैकौन कहता है मैंने ज़िन्दगी में कुछ भी कमाया नहीं है- साकेत गर्ग 'सागा' - Pallvi B 28 JUN 2019 AT 7:20 जिन्दा है मेरी कहानियों में तू हर दमअलग अलग किरदारों के नए मुखोटों पहन के.....बिलकुल तुम्हारी फ़ितरत की तरह....You are always alive in my storiesWith different faces of characters...Just like your nature...... -