कुछ नहीं बस एक सवाल किया था
इसकी पहली पोस्ट में..
ज़वाब एक ने भी नहीं दिया था
सब मस्त है झूठी ख़ुशी में..-
सुनों सभी सें एक सवाल करता हूं..
वो मुझे याद नहीं करती
मैं हर पल याद उसे करता हूं..
हां वों बहुत बिझी है
मग़र मैं भी तों बिझी रहता हूं..
बताओं मुझे क्या है यें
मैं याद उसे हर पल करता हूं
वो फुरसत में बात करती है..
मेरी बाते बुरी लगने लगी है
ऑर्डर वों करने लगी है
मुझे पता है तुम बताओं
ऐसा क्यों वो करने लगी है..
कहीं मैं डिस्टर्ब तो नहीं कर रहा उसे
मुझे बताओ क्या गलत किया है..
प्यार किया था कर रहा हूं बस
कुछ वक़्त ही तो माँगा है..
बताओं तुम लोग क्या मैंने करना है?
क्या मैंने नहीं करना है...?-
तुमसे मोहब्बत सभी करेंगे
तुमने मोहब्बत किस से की है..
मुझे पता है तुम उदास रोज रहते हो
बताओं कितने तुम्हें क्य़ा हुआ पूछा है..-
कोमल मन तेरा
सृजन की तू रानी..
मोहक गंध कस्तूरी
टपके जब जब पानी..
रंगों की बौछार करें
सावन की तू ज्ञानी..
पहने हरयाली जैसे
आए नई जवानी..
ममता की मुरत तू
किसान की कहानी..
धरती माता बोले सभीं
बादल की तू दिवानी..-
अब तों उन्हें मौत सें भी डर नहीं लगता
जिन्हें तड़पाया जाँ रहा है पिंजरे में..
कभीं डरा करते उनसे वों खिलौने हो गए
आकर इंसानो की क़ैद में..-
सुनो य़े जों किसीने बनाए है ना शब्द
बस तुम उसके शिकार बन जाते हो..
लडकी कौन लडका कौन समझ
तुम बात आगे बढ़ाते रहते हो..
सच अलग है झुठ ही यहां पलता है
क्यों तुम यहाँ ठहर जाते हों..
क्यों तुम खूद को भूल
औरों पर भरोसा करते हो..
झूठ बस यही पलता है
तुम क्यों इसपर भरोसा करते हों..-
खुश नसीब हो जों
आशिक है तुम्हारा..
दुवा है जों मेरा हो रहा है
वो हाल ना हो तुम्हारा...-
मुझे पता है,
तुम फ़ायदा ले रहे हो..
मग़र मुझे फर्क़ नहीं पड़ता जब
तुम खुद को मेरे कहते हो..-