"सुनो.......
जब भी कभी मन उदास हो जाए,
और,,,,,
दिल का नगर सूना सा लगने लगे तो....
उस शख्स को याद करना,,,,,,,,
जिसने आपको खूब हंसाया हो....
और,,,,,
जिसे आपकी मुस्कान बहुत प्यारी लगती हो,
देखना उदासी दूर हो जाएगी......
और,,,,
उसकी यादों के साथ चेहरे पर......
प्यारी सी मुस्कान छा जाएगी।"
😊-
तुम्हारे ख़यालों में विचरते-विचरते
यूँ ही जो बीज क्यारी में
बोया था ना,
उस प्रेम की बेल पे
अब गहरे पीले रंग के फ़ूल निकल आये हैं
औऱ दो पत्तों के बीच एक छोटा सा कद्दू भी लगा है
या यूँ मानो के छुपा बैठा है.. कुछ-कुछ तुम्हारी तरह ही,
सोचता हूँ तो हंसी भी आती है
तुम भी ना..,
मुझ में कहाँ-कहाँ से उग आती हो..!-
मुसलसल दूरियों की तू परवाह न कर
तेरी दी हुई हंसी मैं अब भी पहनता हूँ-
हर घर से यहाँ रात को चीख सुनाई देती।
कुछ ही चीख सुबह तक हँसी में बदल पाती।-
जितनी हंसी,
मेरी सुबह है...
रातों को भी उतनी,
हंसीन बनाओ ना..!
चांद जो उगता है ,
आसमां में...
चुपके से उसे ,
मेरे घर लाओ ना...!!-
हर दर्द हवां बन कर उड़ जाता है
जब यार मेरा बेखौफ मुस्कुराता है
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बहुत गलत है,ये जो मेरे साथ हो रहा हैं,"
हँसके जिंदगी गुजार रहा हूँ,दिल अंदर ही अंदर रो रहा हैं।
और बिगड़ते काम देख के बहुत तकलीफ होती हैं
मैंने तो किसी के साथ बुरा नहीं किया फिर मेरे साथ ऐसा क्यों हो रहा हैं.।।-
लड़कियों के दुःख अजब होते है
सुख उससे अजीब,
हंस रही हैं और काजल
भींगता है साथ-साथ..-
तेरेे दिए गए सदमो से मैं बाहर निकल गया हूं
तू देख तो सही मैं बदल गया हूं
माना तुम-सा हंसी कोई नहीं तेरे शहर में
तू देख तो सही मैं तेरे शहर से निकल गया हूं-
हल्की सी हंसी, तेरे लबों की, मेरे रुह को इस कदर छू गई,
मौत दर पे थी खड़ी, मगर फिर से ये हमें, जीना सीखा गई।।-