मुक्कमल जिंदगी में,
किसी ने न पूछा मेरे दिल का हाल
अब शहर भर में चर्चा है,
मेरी खुदकुशी का..!-
सब जीत के सबकुछ वार गया
ऐ ज़िन्दगी लो मैं हार गया
अपनों को जीता मार गया
ऐ ज़िन्दगी लो मैं हार गया
आँखों में आंशू झार गया
ऐ ज़िन्दगी लो मैं हार गया
सब सपनों को मैं ज़ार गया
ऐ ज़िन्दगी लो मैं हार गया-
मुझे जीना है , यह मेरी अपनी सोच है , पर वो अपने ही है , जो मुझे जीने नहीं देते ।
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जिंदगी का फलसफा क्या वो इतना जान गया !
हम सब से दूर जाने की अचानक ठान गया !
हैरानी होती है आज ये सब देख कर मौला,
आज एक और शख्स तेरी जिंदगी से हार मान गया !
😢😢😢😢-
मैं आऊँगा मैं आऊँगा
किसी एक दिन अचानक किसी एक दिन अचानक
सुबह की ठंडी ओस बन कर उदास रात को
और बैठ जाऊंगा एक मीठी नज़्म बन कर
तुम्हारी खिड़की पर जो चिपक जाएगी
तुम देखना मुझे प्यार से... तेरे होठों पर मेरी मुस्कान की तरह...
मैं आऊँगा
किसी एक दिन अचानक मैं आऊँगा
भरी दोपहरी में फिर किसी एक दिन यूँ ही अचानक...
साया बन कर
जब अपनी परछाई FB/Insta: BoltiKavitayein
नहीं होगी साथ तेरे...
मैं आऊँगा
किसी एक दिन अचानक
बारिश की शाम में
गरम चाय की चुस्की बन कर
रहूँगा दिल में
अविस्मरणीय ज़ायके की तरह...-
सतयुग के लोग कलयुग में आए हैं,
संवेदना में तड़प तड़प यु खैरात में गए हैं..
मैं मरने से नहीं मैं उनपर बिते हुए दर्दो से परेशान हूं....
💔R.I.P..सुशांत_सिंह_राजपूत..-
।।दो विदाई मुझे प्यार से।।
(कविता अनुशीर्षक में पढ़ें)
- ऋषिकेश
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हो सकता है
कुछ ग़म
तुम्हारे लिए
ज़िंदगी से ज्यादा
मायने कर गए
पर उन अरमानों का क्या ,
तुम्हारे अपनों का क्या
वो तो बिन तुम्हारे
जीते जागते ही मर गए..
तुम्हें नहीं जाना था सुशांत
इस तरह तो कदापि नहीं☹️
#सुशांत सिंह राजपूत
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