एक एहसास ही तो था जो अब तमन्ना में तब्दील हो गया है हम लिख रहे हैं रात भर और सारा जहाँ सो गया है,, नहीं चाहा था हमने ऐसा जैसा आज हो गया है, उन्हे देखे हुए आज एक जमाना हो गया है,,,
बात तुम्हारी तस्वीर से करते-करते अक्सर ख्यालों में खो जाया करता हूँ... तुम आज भी बसी हो मेरी एक एक सांस में इसलिए यादों में ही लिपट कर मैं सो जाया करता हूँ!