जब पहली बार
ससुराल गए थे
हम🤨-
उनको बेहद पसंद है
" नीला रंग"
💕💕💕💕💕
मुझसे कहते हैं....
खूबसूरत लगता है
ये "नीला रंग"
❤️❤️❤️❤️❤️
औऱ भी
खूबसूरत लगने लगता
है ये "नीला रंग"
जब तुम पहनती हो
नीले रंग की "साड़ी".....
💕💕💕💕💕
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एक लड़की जो एक दिन ससुराल जाएगी
उसे घर से एक दिन जाना होगा,
पर ये बार बार एहसास दिलाना जरूरी है क्या?
मां पापा का ख्याल कर,वो अपने कदम आगे बढ़ाएगी
तुम्हें तो पता है सब पर ना समझ बनना,तुम्हारी मजबूरी है क्या?
घर में बड़ी नहीं पर बड़े होने का फर्ज उस दिन निभायेगी।
तुम खुशी खुशी जाने दोगे पर,हर दिन उस को ताने देना तुम्हारी कमजोरी है क्या?
वो कुछ नही बोल पाती,अपनी टेंशन में खुद ही उलझ जाती।
तुम उसे टेंशन से बाहर ना निकल सके,और समझदार खुद को कह रहे तुम्हें अक्ल,बहुत थोड़ी है क्या ?
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हल्का घूंघट खोल कर ,
अपनी नज़रो से इशारा करूँगी ,
ससुराल में मै सबके समक्ष ,
अपने प्रीयतम को ,
ऐसे पुकारा करूँगी ।
🤗💝-
माँ-बाप एक-एक पैसा जोड़कर अपनी बेटी को दुल्हन बनाते हैं,
न जाने अपनी लाडली के लिए कितने ही ख़्वाबों को सजाते हैं,
गम सभी दूर रहे बेटी की ससुराल से नजदीक न आए कोई भी,
हर बला आ बैठे हमारे ऊपर बेटी को सताये न कभी कोई भी,
माँ-बाप से बढ़कर पूजती है सास-ससुर को ससुराल में बेटी,
ईश्वर से पहले पति है चाहती है खुशी उसकी हर हाल में बेटी,
एक दिन ऐसा भी आ ही जाता है औरत के जीवन में कठिनाई का,
दहेज में लेकर आयी नही कलमुँही घर अपने बाप और भाई का,
सुबह-शाम दिन-रात सताएं मुँह ने एक भी न आह ही आये,
मेरे कर्म हैं साथ है मेरे ससुराल में हरदम वो खुशियाँ ही चाहें,
क्यों औरत के हिस्से में हर वक़्त की जिल्लत और गाली आती है,
इज्जत-विज्जत कभी मिलती नही जलती हुई चिता हिस्से में आती है
कहने को है पढ़ा-लिखा वर्ग देश में किंतु कोई महान नही है,
मार डालते हैं दहेज के लिए बहुओं को सचिन हम इंसान नही है
08-09-2019-
सच मर रहा है
झूठ की खाल में!
गरीब गरीबी ढोता है वैसे
जैसे बहु रहती है ससुराल में!!-
बेटियो का दर्द......
ससुराल में.......
रोज़ रोज़ के वही ताने सुनना
रोतेे रोते पूरीे जिंद़गी जीना
सहमी सहमी हुई आँखो से
पल पल के दुख को झेलना
जीते जीते कुछ कर न पाई
मरते मरते कुछ बोल न पाई
धीरे धीरे बेसुध होती चली गई
सोते सोते हमेशा के लिये सो गई
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ससुर के रूप में मुझको पिता मिलना चाहिए,,,
सासू मां के रूप में मुझको मां मिलनी चाहिए,,,
ननद के रूप में मुझको बहन मिलनी चाहिए,,
देवर और जेठ के रूप में मुझको भाई मिलना चाहिए,,,,
देवरानी जेठानी के रूप में मुझको सहेली मिलनी चाहिए,,,
सच कहूं तो हर लड़की को ऐसा ही ससुराल मिलना चाहिए !!!!! निशा प्रजापति-
वो लड़की शादी के बाद भी
ससुराल में भी पीहर का
मोह रखे वो कहीं भी
कभी खुश नहीं रह सकती-
बड़ा मह्त्व हैं,आँखो से बातो का कहना,
राधा का प्रेम में भी कान्हा से दूर रहना,
मीरा का कान्हा की लीला मे मगन रहना ,
सीता का राम संग वनवास मे रहना,
प्रेम का प्रेम संग जीवन व्यतीत करना
जीवन का बहुत बड़ा मह्त्व हैं ,,,,-