साहब
जहां सबकुछ बिकता है
सच बिकता है,झूठ बिकता है
जिस्म की चाहत में,प्यार बिकता है,
यहां पैसों के आगे अच्छे-अच्छों का
ईमान बिकता है..!-
28 NOV 2019 AT 13:23
21 JAN 2020 AT 19:31
सुनो,
तुम्हारे बग़ैर तो ये दुनिया फक़त एक दुनिया है
मेरी दुनिया में तू ही तू है
बाकी तो ये एक अलग दुनिया है..!!-
10 APR 2020 AT 16:14
मेरी खामोशी को भी चुपके से पढ़ जाते है।
हां वो मेरे पापा है...
जो मेरे बिन कहें सब कुछ समझ जाते है।-
8 AUG 2024 AT 20:25
जी चाहता है खत्म कर दूं इक पल में सब-कुछ
फिर याद आता हैं बचा ही क्या ख़त्म करने को..🥹-
20 JUL 2020 AT 10:35
"सब ठीक हो जाएगा"
ये कहने मात्र से सब ठीक हो जाता तो,
आज लोग ये ना कहते कि,
"ये सब ठीक कब होगा?"-
28 SEP 2021 AT 14:33
कोई दूर हैं तो कोई पास हैं..
लिखा नही जो किस्मत में फिर भी उसके मिलने की आस हैं..-
18 AUG 2021 AT 11:46
अगर जिदंगी जीने है नो
ताकलीफ तो होगी ही ।
बरना मरने के बाद तो,
जलने का भी एहसास नहीं
होता।....
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