सच शर्मिन्दा हुआ
झूठ को शर्म नहीं आती-
1 DEC 2019 AT 2:40
कबतक जिस्म को नोचेंगें ये हराम के पिल्ले,
ठोक दो इनकी हवस से लिपटी जिस्म पर हज़ारो कीलें।
मर जायें तो भी इनकी लाशों को माफ ना करो,
जिस्म के हर बोटी नोचकर उस मासूम का दर्द
इन चारों हरामियों को एहसास दिलाओ।-
4 JUN 2020 AT 17:07
मानवता आज लज्जित है भरोसे ने साथ छोड़ा है ,
छल से फल दे आज मानव ने मानवता को तोड़ा है।-
10 JAN 2021 AT 13:56
#ख्वाब 🤨टूटे है
मगर #हौंसले 💪_जिन्दा है,
हम तो वो है 👉जिन्हें #देख👀 के
#मुश्किलें भी 😒 #शर्मिंदा है !!-
1 DEC 2019 AT 9:44
जिस दिन उसका ज़मीर ज़िंदा होगा
अपने किये गलतियों पर बहुत ही शर्मिंदा होगा-
28 MAY 2021 AT 20:50
अफ़सोस ये नही कि तू चली गई,
मैं तो अपने जिंदा होने पर शर्मिन्दा हूं.
सोचता था तुम ही ज़िंदगी हो मेरी,
अब इस ख्याल से शर्मिन्दा हूं.-
18 MAY 2021 AT 17:04
हमने माफ़ करके उनको भी शर्मींदा कर दिया ।
जिन्हें गुरूर था अपने दिए गए जख्मों पर ।-