रिमझिम बारिश के बुंदों ने मुझे भिगोया है
तो, चलते रास्ते में उनके थपेड़ों को भी झेला है
इन हवाओं मन कों कभी आनंदित किया हैं
तो इनके झकोरो ने भी पीछे ढकेला हैं
धूप ने कभी गरमाहट से सुकुन दिया हैं
तो कभी पसीने से बदन को धोया हैं
उन गुलाब कि पंखुड़ियों ने खुशबू बिखेरा हैं
तो, उनके कांटों ने भी मुझे चुभोया हैं
माना कि ज़िन्दगी ने बहोत मौज दिये हैं
तो कई गमों को भी दामन में संजोया हैं
हां कुछ लम्हों से हमनें कि शिकायत हैं
तो उन्हीं लम्हों का भी, ये जिंदगी शुक्रगुजार हैं!
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भूल जाएंगे सारे कसमें वादे
बस तु कह दे कि तुझे वापस आना है
भूल जाएंगे सारी नफरतें
बस तु कह दे कि तुझे वापस आना है
भूल जाएंगे सारे गम
बस तु कह दे कि तुझे वापस आना है
भूल जाएंगे सारे गीले शिकवे
बस तु कह दे कि तुझे वापस आना है
भूल जाएंगे तेरी सारी गलतियां
बस तु कह दे कि तुझे वापस आना है-
यूँ वापस आना
फिर चले जाना
कुछ महीनों बाद
एक नया झूठ
एक नया बहाना
लेकर लौट आना
इतने दिनों तक कहाँ थे
ये पूछने पर
तुमने भी तो याद नहीं किया
ये इल्ज़ाम लगाना
मुझसे कुछ था ही नहीं
तो लौटकर क्यों आए
हक है मेरा ये कहकर
झूठी उम्मीद जगाना
तुम्हारा रोना
उसका रूला कर जाना
तुम्हारा इंतिज़ार करना
उसका ईद का चाँद होना
न तुम्हें अपनाना
न तुम्हें किसी और का होने देना
खूब आता है लोगों को
मोहब्बत के नाम पर
दिलों से खेल जाना।-
आज अचानक उसकी आवाज़ का एहसास हुआ,
मुझे लगा कि वो वापस आ गया
और मुड़ के देखने पर
वहां पर कोई और था।-
फ़ुरसत निकालोगे वापस आने की तुम बस ये वादा करते जाना
आदत है मुझे इंतज़ार करने की बस इतना याद रखते जाना 💓-
जवानी जवानी क्यों करते हो तुम हुस्न पर गुमान बहुत हैं,
और शुक्र मना की हम तेरे आशिक़ हैं वरना तेरे जैसे आसमान बहुत हैं।।-
काश ! कुछ लोग ये समझ पाते… आसान नहीं होता किसी की जिन्दगी में वापस लौटकर आना ।😢😢
😞😞😞😞😞
वरुण कुमार द्वविङ
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मेरी खुद की ज़रूरत, बस तू है तेरा साथ है,
तेरी हर जरूरत पर नजर, मेरी आखिरी सांस है।
मैं मकां हूं तेरी हर रज़ा का, तेरे हर ख़्वाब का,
कर सफ़र अभी, मैं मुकाम हूं वापिस आना है यहीं।-
मजबूर ना करेंगे तुझे वादे निभाने के लिए।
तू एक बार वापस आ अपनी यादें ले जाने के लिए.-
वजह तो जान ही नही पाये हम तेरे जाने की
अब आस भी छोड़ दी तेरे बापस आने की-