जब मन को सुकून न मिले, त्याग क्रोध का जो खुद को ही खा जाता है, त्याग लोगो का जिन को तुमसे मतलब नहीं, त्याग उदासीनता का जो तुमे कुछ नया करने से रोकती है, त्याग तमाम बातों का जो मन को घेरे रहती है ऐसा त्याग करना अच्छा है!!!
अकेला ही रहना है यहाँ ये बात जल्दी सीख लो.. नाम के लोग है और नाम के ही दोस्त है सबके रास्ते अलग है ये बात भी सीख लो साथ भी मिलेगा सबक भी मिलेगा लेकिन अंत में सब एक है सब अकेले है !!
When you facing Your own families statments about you thier arguments , elegation's , clashes dispute, disagreement , difference of opinion , In which you can't expect or can't do anything But you struggle!