लालच ,झूठ व विश्वासघात ...
ये तीन ऐसे चारित्रिक दोष है!
जो गरीबी के लक्षण हैं !!
उदाहरणार्थ --
एक पल के लिए सुदामा का ;
अपने परम मित्र कृष्ण के प्रति,,,
झूठ,लालच व विश्वासघात का भाव ;
उन्हे दरिद्रता के कगार पर ले गया !!!!
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भक्त- बाबा बच्चे बीमार हैं
मोदी बाबा- बेटा ताली बजाओ
भक्त- बाबा खाने को खुछ भी नहीं हैं
मोदी बाबा- बेटा हवन करवाओ
भक्त- जय हो मोदी बाबा की-
जो लोग ये समझ नहीं पाते कि औरत क्या चीज़ है,
उन्हें पहले ये समझने की जरूरत है कि
"औरत कोई चीज़ नहीं है"।-
कुछ ग़लत इल्ज़ामों ने
दामन संवार रखा है,,,
चाह शोहरत की,,
यारी मतलब की ,,
और,,,इश्क़ 😀
मैंने गैरों में बांट रखा है ।।।-
कुर्सी की लड़ाई में, रिश्तों का जनाजा है।
कुर्सी भी न बच पाई, रिश्तों में तमाशा है।।-
जनता- बेरोजगारी,भुखमरी से सारा देश परेशान हैं
मोदी- हमेशा अपना ही रोना गाना
जनता-मोदी जी डोनल्ड ट्रंप के हाल कैसे है सुना बड़े बुरे पीटे
मोदी - साले-निक्कमो भाग जाओ यन्हा से
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!! लालची और लालसी !!
सुनने को तो दोनों एक से लगते है ,
परंतु दोनो की दूरी आकाश और पाताल सा है ।।
लालची बनोगे तो बिखर जाओगे
और
लालसी बनोगे तो निखर जाओगे
!! अर्थात लालची बनने से अच्छा लालसी बने !!
(लालची=लोभी)
(लालसी=अभिलाषी)-
घमंड और लालच में बुरी यह होती है कि
वो आपको कभी महसूस होने नही देगा कि
आप गलत हो सकते हो।-
कभी कभी एक तारा को पाने की ललक में
हम उस चांद को खो देते हैं
जिसकी बराबरी
हज़ारों तारें कभी नहीं कर पाते!!
This is actual fact..-