वही हम थे कि रोते हुओं को हंसा देते थे
वही हम हैं कि थमता नहीं एक आँसू अपना-
हम रोते हुऐ मुस्कुरा देते हैं ।
क्यूकी
महादेव हमें हंसा देते हैं !!-
पूछो इस चाँद से कैसे सिसकते थे हम
तन्हारातों में तकियेसे लिपट रोते थे हम
तूने तोसूद ना ली छोड़ने के बाद
दिल का हर एक राज़ चाँद से कहते थे हम-
तेरी तस्वीर को रोज साथ लेकर सोते हैं
तुझसे मोहब्बत करके हम बहुत रोते हैं-
"तिनका" तिनका प्यार का,
"कतरा" कतरा एहसास लिया।
"बिखरे" बिखरे जज्बातों को ,
"रूह" रूह समेट लिया।
"बूँद" बूँद भरी आँखों में,
"कन" कन तुम्हें महसूस किया।
"जर्रा" जर्रा अपनी सांसो में,
"पल" पल तेरा नाम लिया।
"धड़कन" धड़कन इश्क को,
"संग" संग तेरे मुकम्मल किया।
"रोज" रोज तुझमें खुद को
"सांस" सांस फना किया-
हर इंसान को आईने जैसे दोस्तों की जरूरत है
क्योंकि जब आप रोते हैं, तो आईना हंसता नहीं हैं-
ज़िन्दगी में हालात चाहें कैसे भी हों
अपना आपा कभी भी खोते नहीं हैं हम
कोई नहीं है जो हमको चुप कराएगा
बस इसी डर से कभी भी रोते नहीं हम-
सब कुछ देख सकता हूँ होते हुए
तुझे कैसे देख सकता हूँ रोते हुए
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कभी "नाचीज़ "के जिंदगी में भी खुशियों की सौगात आये ...!!
बदलदे उसकी ज़िन्दगी कोई ऐसा "फरिश्ता "भी उसकी ज़िन्दगी में आये ..!!💐❤-