Raziya Sulthana   (✍Nafeesa🌸)
1.6k Followers · 147 Following

read more
Joined 21 November 2017


read more
Joined 21 November 2017
31 AUG 2020 AT 16:09

Mehandi pe naam to usi ka tha..
Socha na tha sach me chaar dinke liye tha....

-


11 AUG 2020 AT 23:32

Ittar ke khushbu si mohabbat meri..
Jitana bhi peeslo mehakti zaroor hai... !

-


7 AUG 2020 AT 20:48

Dar tha mohabbat ka saahab..
Hamne kaagaz par likhakar poori bewafai jalaa daali..

-


14 AUG 2018 AT 9:44

Yun Dil ko na bech 'NAFEES' ,
Khareedne wale wafa kare ye zaruri nahi...

-


16 JUN 2018 AT 0:49

वो इन्सान बहुत ख़ास होता है ...
जो दूसरों की खुशियों को देखकर खुश होता है ...

-


11 JUN 2018 AT 16:35

सुन लो ...
तुम मेरे लिए वो आईना हो ...
जिसमें हम खुद को देखते हैं ...

-


19 JAN 2018 AT 14:22

तन्हाहि के इस सफर में ..
हात थामने की बात तो करे हर कोई .
साथ चलने की बात करे न कोई ...

हज़ारो वादों की इस सफर में ..
वादे तो कर लेता है हर कोई
एक वादा भी न निभा पाया कोई ..

प्यार तो हर कोई कर लेता है जिंदगी में ....
रंग रूप पे मर लेता है हर कोई ...
इस सादगी पे मरनेवाली "नफीस" पे न मरे कोई ...

-


4 JAN 2018 AT 17:05

कौन केहता है की ..
बिना देखे मोहब्बत नहीं होती ..
ऐसा होता तो ..!!
मीरा की मोहब्बत ज़िंदा न होती ..!!!

-


10 DEC 2017 AT 13:00

मेरी ज़िन्दगी के इस सफर में पहला क़दम हो तुम ...
मेरी शायरी का पहला अल्फ़ाज़ हो तुम ...

सेहर का आफताब हाज़िर हो न हो ..
मेरी हर सेहर की रोशनी हो तुम ..

मेरे लिए खुदा की इनायत और अपनों की दुआ हो तुम ...
मेरी साँसों की वजह और मेरे दिल के शहज़ादे हो तुम ..

भूल गए अगर हम मुस्कुराना ,
ख़्वाहिदा दुनिया में हमें ले जाना ...

हो सके तो मेरे लिए ,
दुनिया की हर ख़ुशी चुरा लेना ....
चाँद तारे न सही सेहर में एक फूल तोड़ लेना...

मेरी बेचैनी सी ज़िन्दगी में सुकून हो तुम ..
मेरे लिए मेरे रूह से ज़्यादा हो तुम ..
शायद मेरे ज़िन्दगी का इंतज़ार हो तुम ...

-


30 NOV 2017 AT 23:30

Nanhi gudiya apne aapse baat karte huwe , apne aapme kuch gun guna rahi thi..
Darindo ki is duniya me mai kok me bhi mai mehfooz nahi...! !
Bhuke bhediyo ke beech mai kuwari b na rahi...! ! ! ! !
paiso ke laalchiyo ke beech mai zinda jalakar maar di gayi...! ! !
Markar b khudkhushi ka bojh apne upar legayi...! ! !

-


Fetching Raziya Sulthana Quotes