वो अवधी शानोशौक़त वो तमीज़ तहज़ीब की अदा वो बड़े और छोटे इमामबाड़े वो रूमी दरवाज़ा वो इमामबाड़े की भूलभूलैय्या वो हज़रतगंज की चकाचौंध वो अमीनाबाद के मशहूर टूंडे कबाबी वो चिकनकारी की कला वो गोमती का किनारा वो सत्ता का गलियारा वो नवाबों का शहर लखनऊ
अगर ढूंढोगे कांटे तो कहाँ फूल मिलेंगे नुक़्स ही देखोगे तो खुदा में भी मिलेंगे। ख़ता किससे हुई है क्यों हुई कैसे हुई है इन सवालों के जवाब कहीं नहीं मिलेंगे। सही गलत के आगे एक खाली जगह है तुम पहुँचो वहां तक हम वहीं पर मिलेंगे।