जब फ़ितरत में नशा " यारा " तेरे प्यार का हो
तो रुतबे में ग़ुरूर तो होगा ही...................-
रूतबा आज़ भी वही है हमारा,
बस बदला तो समय है...
पहले हम थे, तुम्हारी जगह अब वो हमारा कल है।-
रूतबा कम है मगर लाजवाब हैं मेरा.....
जो हर किसी के दर पर दस्तक दे वो किरदार
नही मेरा.....!!!-
सागर की तरह रूतबा विशाल तो नहीं हैं मेरा,
फ़िर भी किनारों की तरह इतनी हैसियत ज़रूर रखता हूं,
की सागर के भीतर की लहर, और उसमे उठने वाले भीषण तूफानों को
अपने बाहों में भर, प्यार से उसके क्रोध को शांत कर सकूं....!!-
खामोशी के रूतबे को और न बढ़ाओ,
जुबां ही सिर्फ क्यों?
आँखों को भी खामोश रहना सीखाओ।।-
ऊंचा रूतबा देख लोग याद करते हैं
कैसा था पिछला सफर,
उसकी न बात करते हैं।-
जिस रूतबे से वो घड़ी पहनती है,
कहीं ज्यादा अदब से वो चूडियां पहनती है।-
Kise tarkashh 🗑chon nikle hoye teer🏹 varga,
Rutba mere maahi da ae peer👣 varga.
किसी तरकश़ से निकले हुए तीर जैसा,
रूत्बा मेरे माही का है पीर जैसा।— % &-