Vihaan 1 APR 2018 AT 21:50 मौत का डर किसी और को दिखाना ऐ खुदा,मैं अपनी रचना में हर रोज एक बार मरता हूँ । - Anuup Kamal Agrawal 15 MAR 2018 AT 12:01 यहाँ एक से एक बावर्ची हैं।सबकी रचनाएँ होती हैं जायकेदार। - रचना 1 DEC 2020 AT 13:55 एक दूजे के लिये....कुछ इस तरह हम भी.. सफ़र ए मोहब्बत के हो लिये। - Shalini Mathur 23 DEC 2022 AT 8:40 " इज़ाजत "एक रचना मेरी प्यारी-प्यारी,कब तक रहेगी सबसे न्यारी,उससे है वास्तविक अनुभव की यारी,इज़ाजत मिले तो प्रकाशित हो बेचारी !रचना अनुशीर्षक में पढ़ें ! - Anuup Kamal Agrawal 31 MAR 2018 AT 21:42 चाहता हूँ तुझ से बचनाबड़ी नशीली तेरी रचना - Richa Mishra 11 JUN 2020 AT 15:58 अपने बीते कल की रचनाअगर आज भी प्रासंगिक लग रही हैतो आप एक ही भूलबार-बार दोहरा रहे हैं। - Choudhary Raj 13 FEB 2021 AT 11:39 काश तुम लौट आती और गले लगाकर कहती ,कि खुश तो मैं भी नहीं हूँ तुम्हारे बिना !! - रचना 17 APR 2020 AT 14:42 रचना की रचनाएं सरल हैकठिन है तो....रचना को रचना। - Geeta Raaz 24 JUL 2020 AT 15:38 ऐसा तो ना चाहा मैंने.......................... पूरी कविता अनुशीर्षक में.... - Jyoti Pal 30 AUG 2020 AT 8:25 कई सुन्दर रचनाएँ रची है ईश्वर ने जिन रचनाओ को रच ना सका वो रची है कवियों ने । -