ये जो तुम मोटर गाड़ी पर अपने रफ़्तार से चला करते हो न
देख नहीं पाती हूँ तुमको गुजर जाते हो किसी हवाई जहाज की तरह
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तुम्हें आंसू छिपाने के लिए बरिश का इंतजार करना पड़ता होगा,
हम तो तेज रफ़्तार मोटरसाइकल पर यह हर बार कर लेते हैं|-
आँख से बहता पानी है,
ये कैसी मनमानी है।
धूल के कण चले गए अंदर,
इसलिए बिगड़ी कहानी है।
दवा दारू डाल के देखी कल रात,
रूकी ना चलती रही परस्पर कणो की वारदात।
जब भी मोटरसाइकिल पे बाहर जाऊं तो धूल, मिट्टी, रेत के कण लगा देते हैं घात।
हर बार की यही कहानी है।
आँख से बहता पानी है,
ये कैसी मनमानी है।-
मोटरसाइकिल की टंकी पर बैठकर..
और हैंडल को बीच से पकड़ना कसकर..
पिता जी से मैंने यूँ जिंदगी चलाना सीखा है।-
एक छोटी सी कील
मोटर साइकिल की गति बदल सकती है
तो एक छोटा सा Negative विचार
मनुष्य की भी गति रोक सकता है ।
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आज कल के युवक तेज गति से वाहन चलाकर लड़कियों को मोहित करना चाहते हैं परन्तु उससे पहले युवक पर यमराज ही मोहित हो जाते हैं
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वो मोटर साईकिल वाली लड़की
कयामत ढाती है
मुस्कुराती, खिलखिलाती,
बिजलियाँ गिराती है!
सब्ज़बाग दिखाती है,
ख़ूब रिझाती है
मग़र हाथ नहीं आती,
बहुत सताती है!!-
सैरसपाटा करने के लिये,हो रहा हूँ मैं टिपटॉप।
बँदरिया मुझसे कह रही,चलो मोटर से पटनीटॉप।
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हँसी की डोज 😄🎶-
जिनकी उम्र उनकी परवरिश में गुजरी..
जो उन्हीं के कारण उम्रदराज हुए,
वही बच्चे आज बड़े होकर कहते हैं,
मम्मी-पापा आप बूढ़े हो गए..
शर्माता है वो बेटा मम्मी को
मोटरसाइकिल के पीछे बैठाते हुए,
उसको चाहिए इक खूबसूरत लड़की
जिसके साथ घूमे दुनियां को दिखाते हुए,
बेटी को पापा का सिम्पलसिटी पसंद नहीं,
उसकी ख्वाहिश है उसके पिता भी
उसकी तरह दिखावे करे,
उसको खूली छूट हो
वो भी रात भर बाहर रहे,
दोनों को चाहिए के कोई रोक टोक न करे,
दोनों अपनी मन मर्जी करें उनके बीच
कोई दखल-अंदाजी न दें,
कुछ बोलने पर कहते हैं,
आप हमारे लिए
आज तक क्या किए..??-
।। मेरा वाहन-मोटर बाइक ।।
सड़क है पीछे जाती,हम आगे बढ़ते जाते,
अगल-बगल से निकले कितने,ना कोई गिनती,
ध्यान नही इसका रहता कि कौन बगल से गुजरा,
सावधान हो आगे बढ़ते,हो एकाग्रचित्त रहकर के,
समय से पहले पहुँच जायँ बस,केवल चिन्ता इतनी,
साधन अच्छा,भरा हो ईंधन,हवा संतुलित हो पहिये में,
सिर में हेलमेट लगा रहे और आवश्यक प्रपत्र साथ हो,
ट्रैफिक रूल का करते पालन,आगे है बढ़ते जाना,ध्यान रहे,
कोई मार्ग पार करता हो,तो उसको जानें दें,
कोई पशु राह चलता यदि,करें सुरक्षित उनको,खुद को,
ऐसा वाहन जिसकी गति कम,उसे सुरक्षित रख,आगे बढ़
ख्याल है रखना सबका,अपना,है ईश्वर की प्यारी दुनिया,
हम भी उनके,वे सब उनके,तो ईर्ष्या क्यों करें परस्पर,
नागरिक शिष्टाचार अपनाकर,अपना भारत महान बनाएं,
जन सामान्य से यही अपेक्षा,चाहे छोटा या बड़ा हो,
जो भी नियम है अपनाएं,अपना भारत महान बनाएं।
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