पुनः आगमन....
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शायद मैं इसलिए पीछे हूँ..
मुझे होशियारी नहीं आती,
बेशक लोग ना समझे मेरी वफादारी,
मगर मुझे गद्दारी नहीं आती..!
🙏☕ शुभ संध्या ☕ 🙏-
घर की जिम्मेदारी है,
बिखरते हुए सपने है,
टूटा हुआ दिल है...
रंग बदलते हुए अपने हैं,
रातों को नींद नहीं आती,
आगे क्या होगा...
कोई राह नजर नहीं आती,
लेकिन फिर भी उम्मीद है
कोई बात नहीं...
एक दिन सब ठीक होगा..!-
हिंदू भी नहीं,सिख भी नही,ईसाई और मुसलमान भी नहीं
मुझे लगता है अभी मैं एक अच्छा इंसान भी नहीं-
हमारी आस्था की
परीक्षा तब होती है,
हम जो चाहे वो न भी मिले
और फिर भी हमारे दिल से
ईश्वर के लिये धन्यवाद ही निकले..🙏-
प्रेम पारस है
जिसे छू ले, उसे कुंदन कर दे ;
प्रेम इबादत है...
जिसे हो जाएँ, उसे खुदा कर दे ;
प्रेम की कोई मंजिल नहीं...
जिसे हो जाय उसे मुसाफिर कर दे ;
प्रेम तो तपस्या है..
जिसे हो जाय उसे फकीर कर दे ;
प्रेम गजब है....
जिसे हो जाये उसे अजब कर दे...!-
अक्सर हम बहुत कुछ"बोलना" चाहते है।
लेकिन, अल्फाज "मौन" रहते है।
हमारी "जुबान" हमारा साथ ही नही देती ।।
({@~my words~@})-
अगर सच में किसी का साथ ज़िन्दगी
भर चाहते हो,
तो उसे कभी मत बताओ की उस से
कितना प्यार करते हो..!!-