QUOTES ON #मेरे_जज़्बात

#मेरे_जज़्बात quotes

Trending | Latest
22 MAR 2017 AT 2:19

इतेफ़ाक से मिलते-मिलते
जाने कब
तुमसे 'वो मुलाक़ात' हो गयी,
मुलाक़ात करते-करते
जाने कब
तुमसे 'वो बात' हो गयी
बात होते-होते
जाने कब
तुम 'मेरे जज़्बात' हो गयी
जज़्बात बनते-बनते
जाने कब
तुम मेरी 'हर रात' हो गयी

अब हर रात भी तुम हो
ख़्वाब-ओ-ख़्यालात भी तुम हो

मेरी सारी ज़िन्दगानी
मेरी रवानी
मेरी कहानी भी तुम हो
- साकेत गर्ग

-


18 MAY 2018 AT 14:23

ज़माना 🌎 कितना बदल गया ,

अपनें भी भरोसा 😭 नहीं करते अपनों पर !

-


22 JUN 2020 AT 9:26

मुश्किल हो दौर तो हम आह नहीं भरते,
वो हमसे कहते हैं कि हम बात नहीं करते,

कोई उनको बतला दो मेरे हाल-ए-दिल की हकीकत,
कि यहाँ लोग गुजरते हैं जज़्बात नहीं मरते।।

-


8 DEC 2019 AT 21:04

रोशनी से भरे अंधेरों में रहती हूँ मैं
आँसुओं से भरे मुस्कुराहटों में मुस्कुराती हूँ
ख़ामोशी से भरी चीखों को सुनती हूँ मैं
नींद से भरे सपनों में जागती हूँ मैं
तेरी कही-अनकहनी अल्फ़ाज़ों को बुनती हूँ मैं
देख ए-मेरे-जज़्बात तुझे कितना तड़पाती हूँ
मैं तुझी से मिलने को

-


29 AUG 2021 AT 16:54

अग़र कभी वक़्त मिले, तो पढ़ना मेरे जज़्बातों को
क्या कहा था क्या नही मैं भूल गया सब बातों को
जो ख़्याल दिल की कलम से कागज़ पर उतर गये
कभी संभाला नही सलीके से, बस इधर-उधर गये
सीने से लगाके सोना मेरे कलाम,सोचना रातों को
अग़र कभी वक़्त मिले, तो पढ़ना मेरे ज़ज़्बातों को

न काफ़िये का ही होश रहा,न रदीफ़ की ख़बर रही
न मीटर चला कभी गज़लों में,न ख़बर-ए-बहर रही
मैं ग़ज़ल समझ कहूँगा तुम कविता समझके पढ़ना
मैं दिल की बातें करूँगा तुमसे,तुम वाह वाह करना
शायद छू पाओ कभी, इस दिल की अलामातों को
अग़र कभी वक़्त मिले, तो पढ़ना मेरे ज़ज़्बातों को

-


27 APR 2018 AT 7:39

मेरी बातों की गहराई इतनी है कि कोई समझ न सका
और तुम मेरे जज़्बातों की गहराई में डूबने की कोशिश कर रहे हो

-


12 JAN 2023 AT 2:46

........

-


7 JUN 2022 AT 14:07

यूँ तूफाँ में अकेला छोड़ जाना,
ऐसी हमारी फ़ितरत नहीं।
कुछ ऐसा खेला मेरे साथ नसीब ने,
की सबकी नियत दिख गयी।
ग़म के किस्से तुम्हारे भी थे,
जहाँ हरकदम हम मौजूद थे।
आज जब हम ग़मों से घिरे है,
तुम कैसे खुदगर्ज़ हो गए??

-


19 AUG 2019 AT 13:30

मेरे जज़्बात

दिल नही दूंगा तुझे पर प्यार बेहिसाब लुटाऊंगा,
खुदको भूल के बस तेरा हो जाऊंगा,
ये बेकारी के आलम में लिखी कोई बात नही है,
मेरे दिल की मुराद है ये जताऊंगा,
तेरी सूरत नही सीरत पे फ़ना हूं मैं,
यूँ तो लिखता नही पर तुझपे
कविता गाऊंगा मैं..
ख्वाहिशें बेतहाशा हैं मन में तेरा अक्स पाने की
इस चाहत में वक़्त से लड़ जाऊंगा मैं।।

-


6 JUL 2021 AT 18:20

तेरे साथ बिता हर मौसम सुहाना लगता है,
उस वक़्त जैसे मुझपर तेरा कोई जादू सा होता है||
वजह महकती साँसे हो या प्यारभरी मुस्कान
मेरे लिए तो वो नशा तेरे साथ का होता है||

-