Vikas Chandan  
1 Followers · 3 Following

read more
Joined 3 February 2019


read more
Joined 3 February 2019
19 DEC 2020 AT 17:05

जब भी उलझनों को सुलझाना चाहा,
तो उलझनें और भी बढ़ गयीं..
जब भी ज़ख़्मो को मरहम लगाना चाहा,
तो तक़लीफें और भी बढ़ गयीं..
ख़ामोश रहकर कुछ बताना चाहा,
तो ये निगाहें अफ़साना बयां कर गयीं..

ये ख़ुदगर्ज़ी का दौर है साहब !!
इसमें न कोई अपना है न कोई ग़ैर,
क्योंकि जब भी ख़ुशियों को गले लगाना चाहा
कम्बख़्त उदासी.. मेरी आँखें नम कर गयीं....

💜❤️विकास~चंदन❤️💜






-


5 DEC 2020 AT 19:19

वक़्त और हालात हमेशा एक नहीं होते
मासूम दिखने वाले हमेशा नेक नहीं होते..

-


4 DEC 2020 AT 20:12

है बिक़ रही इंसानियत अब लोभ के बाज़ार में,
है मिट रही हर शख़्सियत अब नोट के व्यापार में
है लुट रही मासूमियत अब सैकड़ों घर-बार में..
क्यों दिख रही है अब कमी माँ-बाप या परिवार में ?
बस रह गयी हैवानियत अब हर जगह संसार में.....
To be continued..






-


3 DEC 2020 AT 15:50

कुछ लिख़ने की मेरी आदत, मुझे मजबूर करती है..
हर बार मेरी बेचैनी को, ये मुझसे दूर करती है..
यूँ तो मैं अपनों के बीच भी बेगाना सा होता हूँ,
लेक़िन मेरे शब्दों की ये ताकत,
मुझे ग़ैरों में भी मशहूर करती है.. ❤️❤️

-


27 JAN 2020 AT 17:13

ना मुझमें शरारत है,
ना मुझमें नज़ाक़त है,
बस.. मेरी ख़ामोशी मेरी ताक़त है..
अग़र ग़ैर समझो तो शिक़ायत है,
अग़र अपना मानो तो इनायत है ..
हाँ.. ये मेरी शराफ़त है ..
मेरी ख़ामोशी ही मेरी ताक़त है..💞

❤️विकास~चंदन❤️

-


25 JAN 2020 AT 21:02

कुछ ख़ास लिख़ने की क़ाबिलियत न थी मुझमें , इसलिये अपने एहसास लिख़ता हूँ .. कुछ लोग कहते हैं कि मेरी बोली में कड़वाहट भरी है, फ़िर भी शब्दों में मिठास लिख़ता हूँ .. 😊😊

To be continued..❤️❤️

❤️विकास~चंदन❤️

-


24 JAN 2020 AT 13:54

अब होंठों पे मेरे, न कोई सवाल होगा..
अब मन में भी तेरे, न कोई उबाल होगा..

❤️विकास~चंदन❤️

-


25 JUL 2019 AT 22:09

जब भी तेरी आँखों में सैलाब आता है, तेरी क़सम, मुझे भी रोना बेहिसाब आता है.. ना दिल को सुकुन, ना ही तेरा जवाब आता है.. सोचता हूँ आँखें बंद कर के तुझे देख़ लूँ, लेक़िन तेरे रूठने से मेरी आँखों में कहाँ ख़्वाब आता है..
❤️विकास~चंदन❤️

-


24 JUL 2019 AT 14:43

जब चुप बैठा तो सवाल हुआ,
कुछ लिख़ बैठा तो बवाल हुआ..

❤️विकास~चंदन❤️

-


23 JUL 2019 AT 11:04

मेरी ख़ामोशियों को पढ़ने का हुनर सिर्फ़ तुझमें है.. मेरी बदमाशियों से लड़ने का हुनर सिर्फ़ तुझमें है.. मेरी ख़ामियों और मेरी अच्छाईयों को परखने का हुनर सिर्फ़ तुझमें है.. इश्क़ में दूरियाँ मायने नहीं रखतीं, आँखें बंद कर के मुझ तक पहुँचने का हुनर सिर्फ़ तुझमें है.. 💖😍💖
❤️विकास~चंदन❤️

-


Fetching Vikas Chandan Quotes