मुन्ना बड़ा हो रहा था,
पर जीजी तो आज भी कईयों से छोटी थी!
मुन्ने को समझ नहीं आता था,
माँ बचपन के बिना कैसे पली-बढ़ी थी?-
5 JUL 2019 AT 4:48
7 APR 2019 AT 15:42
बराबरी के अधिकार की लड़ाईयों में स्त्रियों की एड़ियां घिस गयीं ,
और महिला आरक्षण ने सब गुण- गोबर कर दिया।-
9 JUN 2020 AT 10:56
सम्पन्न माँ ने
बच्चों से पूछा
'आज क्या बनाऊँ?'
विपन्न माँ ने
बच्चों को देख
स्वयं से पूछा
'आज क्या बनाऊँ?'
प्रश्न एक ही था
दोनों के अर्थ और
आर्थिक दशा भिन्न रहीं केवल।-
26 OCT 2020 AT 11:07
साहेब वो नन्ही सी
जाँन थी,
वो हैवान था बड़ा
मार डाला उसने
क्योकी
उसमे समाया था
हैवान का साया,-
25 DEC 2017 AT 15:21
अगर इस भारत देश के लिए मैं फिर से ये मानव तन पाऊँ
शिशु पीठ पर टाँगे घोटक पर सवार रानी लक्ष्मी बाई बन जाऊं।-
3 MAR 2019 AT 10:14
महिलाओं का बहुत सम्मान करता हूँ मैं,
हर गाली उन्हें ही समर्पित करता हूँ मैं।-