देश जिसके हाथ सँवरता है,
वही मजबूर मरता फिरता है।
मेरा भारत पल-पल मरता है।
मेरा भारत पल-पल मरता है।
मेरा सपनों में खो जाना
मखमल बिस्तर में सो जाना
मुझे आज बहुत अखरता है।
मेरा भारत पल-पल मरता है।
मेरा खा लेना बढि़या खाना
उनका भूखे ही सो जाना
गले ग्रास नहीं उतरता है।
मेरा भारत पल-पल मरता है।
उनका सड़कों पर पड़ जाना
लावारिस लाशें बढ़ जाना
बैचेनी दिल में भरता है।
मेरा भारत पल-पल मरता है।
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