Amol Gade 27 JUN 2018 AT 8:35 कैसी अजीब दास्तां है रिश्तों की,कभी एक सच हज़ारों झुठ पर भारी पड जाता है, तो कभी एक झूठ लाखों सच पर। - Mohit Gummanwala 8 JUN 2018 AT 16:21 तेरी यादें...बड़ी बारे गराँ है...एक दवा चाहिए...इन्हें उठाने के लिए... - Anuup Kamal Agrawal 18 JAN 2019 AT 7:06 न जाने हिंदी क्यों प्यारी लगती हैअंग्रेजी हमेशा मुझे भारी लगती हैचख लेते जो कभी हिंदी की मिठासउन्हें फिर दूसरी भाषा खारी लगती है - Anuup Kamal Agrawal 26 DEC 2019 AT 16:34 मेरा मौन उसे भारी लग रहा है।जिसके शब्दों में वज़न है ज्यादा। - प्रेम_से_ हिमांशु 7 APR 2020 AT 22:47 कमियां कितनी भी मुझमें भरी हो...मेरी अच्छाइयां आज भी उन पर भारी है...बदनाम करने की कोशिशों को,तो नाकाम कर दिया...पर उनकी साजिशे आज भी जारी है... - Mrbenaam 3 MAR 2021 AT 13:04 ग़म तो है मगर आँसू छलका भी नहींमियाँ दर्द भारी भी नहीं हल्का भी नहीं - Manoj Dhadiwal 12 MAR 2020 AT 3:54 बेअसर हे जिनपर उन्हें बड़े हल्के नजर आते हैं।मेरे जो आंसू हैं ना बस मेरे दिल पर भारी नजर आते हैं। - Harleen Kaur 6 DEC 2017 AT 2:23 न जाने क्यों आज दिल फिर भारी सा हुआ हैलगता है तेरे जहान में मेरा जिक्र सा हुआ है - Pratiksha🦋 Rajput 16 APR 2021 AT 20:14 # ऐ दोस्तयूं अगर बात ना भी करो तो चलता है।मगर यूं लड़ कर खामोशी से बैठ जानादिल को भारी करता है। - Brajesh Sharma 12 OCT 2018 AT 22:01 पकड़ो नहीं मेरे शब्द ,नेता नहीं हूँ यार मैं ।वादा ख़िलाफ़ी ज़रुर की ,आता बराबर, यार मैं ।मौसम चुनावों का सही ,गिरगिट नहीं हूँ यार मैं।नकटा कहो या चोर तुम ,हूँ आदमी ही यार मैं ।क्यूँ खेलते हो आग से ,ईंधन नहीं हूँ यार मैं । -