कई दिनों से देख रहा हूँ उलझन नहीं है जीने में,
बड़े अदब से रह रहीं हैं परेशानियां सीने में-
जब भी तुम्हें कोई एहसास दिलाएं या ये बताएं कि तुम ऐसे ही वैसे हों इस काबिल नहीं उस काबिल नहीं
उस से पहले जा के उसके करीब ये कहो तुम जैसे हो बहोत अच्छे हो💕
क्योंकि तुम "तुम " हो और बेस्ट हो उस से औरो से और सबसे 🥰-
मंज़िलें अलग हैं, तुम्हारी और मेरी भी
जिस मोड़ तक राहें एक हैं, हो सके तो साथ चल
कहना हैं कुछ, तुम्हें और मुझे भी
सुनना है कुछ, तुम्हें और मुझे भी
तन्हा क्यूँ चलोगी जब राहें एक हैं,हो सके तो साथ चल
दर्द होंगे कुछ, तुम्हारे और मेरे भी
दुःख होंगे कुछ, तुम्हारे और मेरे भी
बाँट लेंगे आधे आधे, हो सके तो साथ चल
मंज़िलें अलग हैं, तुम्हारी और मेरी भी
जिस मोड़ तक राहें एक हैं, हो सके तो साथ चल-
Writer Mr Vivek Kumar Pandey
"बेस्ट धोखेबाज अवॉर्ड गोस टू इंसान.।
ये ही है इंसान का बेस्ट अवॉर्ड-
तू वोह छाया है जिसने मुझे ज़िन्दगी की तपती धूप से बचाया है,,
मेरा हर लम्हा तेरा करजदार है,,बस तू ही मेरी ज़िन्दगी का सर्माया है,,,
तू ठंडी शीतल छाया है।।।।-
मैं देख रहा हूं, ये की आगे कहर ही कहर है,,
चल रहा हूं यूं ही, मेरा कहा कोई घर है,,
यूं जो हंसता हूं मैं पागलों के जैसे,,
फिकर नहीं की काटो से भरा मेरा डगर है,,
जीता हूं मैं दिखावे में जिंदगी,,
कहा रंजिश से भरा मेरे दिल का सहर है,,
यूं ही लिखता हूं मैं दिल की बातें,,
मुझे कहा आता रदीप, क़ाफिया, बेहर है,,
चल रहा हूं मैं यूं ही,,
पता नही कितना लंबा मेरा ये सफ़र है,,
जी ले जिंदगी खुल के पल दो पल,,
ऐतबार नहीं सांस का ये पहर दो पहर है,,-
साकी मेरे पास ना आना
"मैं पागल हो जाऊँगा" ,
प्यासा ही मैं मस्त_ मुबारक
हो तुमको ही मधुशाला !!-
कहता हैं पागल की एक तुम ही हो जिसके लिए थोड़ा बहुत परेशान होता हुं......
इस पागल को अब कौन बताएं की एक दिन न दिखूं तो
बेकरार सा हो जाता हैं,
चैन खो जाता है और सुकून भी चला जाता हैं.....
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सभी का लहू है शामिल यहां की मिट्टी में ,
किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है....
- राहत इंदौरी-