QUOTES ON #फ़रिश्ता

#फ़रिश्ता quotes

Trending | Latest
1 JAN 2020 AT 15:01

जीता रहा जब तक, तब तक दुआएँ देता रहा,
जाते जाते वो फ़रिश्ता मुझे जीना सिखा गया!

-


16 MAY 2021 AT 22:44

यूं आंँखों में बस कर तुम क्यूं रहना चाहते हो,
मेरे आंँसुओं के साथ तुम क्यूं बहना चाहते हो,

तसल्ली नहीं तुमको मुझसे दूर रहकर एक पल,
मेरे ज़ख्मों के साथ तुम क्यूं चलना चाहते हो,

हर बार महसूस होगा ये दर्द भी तुमको ऐसे ही,
मेरे एहसास के साथ तुम क्यूं जलना चाहते हो,

रहते हो हर पल पास ऐसे जैसे साया हो मेरा,
मेरे हर लफ़्ज़ के साथ तुम क्यूं ढलना चाहते हो,

-


23 JAN 2018 AT 7:20

कड़ी मेहनत से अपने परिवार के सपने सींचता है
वो पिता ही, अपने बच्चों का असली फ़रिश्ता है

-


7 DEC 2017 AT 2:46

कौन जानता, कौन समझता उसे? किसके पास इतना वक्त था?
इस पाखंडी दुनिया में,न जाने कौन उसका अपना था?

जो फ़रिश्ता बन बैठा था हर किसी के लिए, वो खुद एक फ़रिश्ते की तलाश में था

(poem in caption)

-


15 AUG 2017 AT 2:55

वो फ़रिश्ता बनके आया है मेरे जिंदगी में
फिर से मुझे जीना सिखाने
और ये उसी की दी हुई मुस्कुराहट है
जिसे न जाने कब से ख़ोज रही थी।

-


26 MAR 2020 AT 17:40

#फ़रिश्ता

वो शजर जो महका हुआ सा नज़र आता है
तमाम ख़ारों में खिला गुलाब नज़र आता है

उसकी एक दीद से सुकून मिलता है दिल को
वो बाख़ुदा ज़माने में सबसे हसीन नज़र आता है

उसको किस तरह बयाँ करें चंद लफ़्ज़ों में हम!?
जो खुद ही एक मीठी सी नज़्म नज़र आता है

इबादत में ख़ुदा से मांगता था ऐसे किसी यार को;
वो जमीं पर चलता हुआ फ़रिश्ता नज़र आता है

-


21 JAN 2022 AT 20:10

औरत की आत्मा और शरीर
दोनों को
एक साथ स्पर्श करना
मुश्किल है...
जिसने आत्मा को
स्पर्श किया
वो ख़ुदा हो गया...
जिसने शरीर को स्पर्श किया
वो महबूब हो गया...
जिसने शरीर और आत्मा को
स्पर्श किया
वो फ़रिश्ता हो गया...

-


7 AUG 2019 AT 14:41

मुझे मिला है जो,
वो फ़रिश्ता है तू मेरा..
बस फरक ये है..
की तू दो पल का नहीं,
उम्र भर का साथी है मेरा..

-


14 AUG 2017 AT 19:44

लोग अक्सर मुझसे पूछा करते हैं,
की क्यूँ तुम चुप रहते हो,
क्यूँ तुम इतना सब सहते हो,
चाहे कोई तुम्हें कितना भी दर्द दे,
तुम पल भर में उसे माफ़ कर देते हो,
क्यूँ तुम किसी को मुँह तोड़ जवाब नहीं देते हो,
कैसे इतना कुछ सहके भी हर पल मुस्कुरा लेते हो,
आख़िर तुम इंसान हो या कोई फ़रिश्ते हो,
मैं हंस के जवाब दे देता हूँ,
मैं कोई फ़रिश्ता नहीं,
मैं इंसान ही हूँ, लेकिन इस इंसान में अभी इंसानियत बाक़ी हैं,
मैं सब कुछ देखता हूँ,
और चुप चाप देखता हूँ,
और मैं अगर चाहू तो मुँह तोड़ जवाब भी दे सकता हूँ,
किंतु मैंने ये हक़ मेरे रब को दिया हैं,
और जब मेरा रब मेरी जगा जवाब देगा ना,
तो मेरे दोस्त, पल भर में सबके मुँह बंद कर देगा।

-


16 MAY 2021 AT 15:56

🏜️पहली मोहब्बत थी वो मिरी पर आख़िरी ना हुई।
बदलते रहे ख़ुदा, मुकम्मल बंदगी ना हुई।।

🏜️फरिश्तों जैसी चाहत की उम्मीद लगाई मैंने।
हदों से बाहर थी इंसाँ के, सो पूरी ना हुई।।

🏜️जुस्तजू को मिरी अय्याशी नाम दिया लोगों ने।
भटकता रहा मैं, बंद मेरी आवारगी, ना हुई।।

🏜️माना श्याम से, हम कभी भी, हो नही पाते।
पर मीरा सी, कोई मेरी, दीवानी ना हुई।।

🏜️मुहब्बत सच्ची तो बस देना ही जानती है।
मुझसे कम, मगर मेरी, ख़ुद-ग़र्ज़ी ना हुई।।

🏜️धुंध, धुँए को ही बादल‌, समझता रहा 'अमित'।
सराबों सी थी मुहब्बत, ख़त्म तिश्नगी ना हुई।।

✍️ 🅴🆄🅿️🅷🅾️🅽🅸🅲 🅰️🅼🅸🆃🏜️

-