मेरा बज़ूद तेरी ज़िन्दगी में रेत पर पैरों के निशान की तरह था,जो हक़ीक़त की लहरों से कहीं खो सा गया..
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इस ज़मीन का पैरो तले मेरे होना जो है
तेरे क़दम इस पर मौजूद ये उसी की निशानी है।
धुंधला सा जो ये जहाँ अब लगने लगा है
मुझ में ही खोया है वजूद मेरा जिसमें तु ही तो है।-
" पैरो की चांदी की कड़ी बनी ,,, ज़िंदगी की लड़ी "
" ज़िंदगी की कड़ी टूट गयी थी तब ,
वृद्धा के पैरो मे चांदी जड़ी थी जब ,,,
ख़री चांदी को 75 वर्ष की उम्र मे,
कैसी ये अपनों की मनहूसियत भरी नज़र लगी ,
पोते और नातिन ने मिलकर साजिश रची
सहज की दादी- नानी के बदसूरत समझकर
आसानी से पैर के पंजे काट दिये ,,,
नंघी कुल्हाड़ी को बेशर्मी से साँझ के अंधेरे मे छुपा साक्ष्य दबा दिए "-
पैरो में हमेशा बल मिले, जीवन की हर ख़ुशी आपको मिले।
न आपको दुख मिले, जीवन में बस बप्पा का प्यार मिले।।
दिल से मांगी हुई वो हर मुराद मिले,
ऐ मोरया जीवन में बस तेरा ही सहारा मिले।।
हर रोज दर्शन को तेरा दरबार मिले,
वक्रतुंडाय तेरा हर भक्त को आशीर्वाद मिलें।।
प्रेम, सद्भावना और उल्लास के प्रतीक श्री गणेश चतुर्थी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। मंगलकर्ता, विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश जी आप सभी की मनोकामनाएं पूर्ण करें।
गणपति बप्पा......मोरया-
पैरों को छूकर अपनों का बड़ो का हम आसमां तक का सफर तैय करते है।
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