शादी की वर्षगांठ
आओ मनाएं हम बीते पल की यादें चलो फिर से चल पड़ते हैं मैं से हम के इस सफ़र पर,
फिर चलते हैं कसमें सप्तपदी की ओर,
चलो फिर से करते हैं हम नई कसमों पर घोर,
मिल कर हम चल पड़ते हैं नई ज़िंदगी की ओर,
न तुम आगे रहो, न मैं कई पीछे रहुं साथ-साथ रहने पर देते है जोर
सुख में ही नहीं, दुःख में भी हम दोनों देखे बस एक दुजे की ओर,
कल की क्या ख़बर आज ही जी लेते है कहके हम दोनों once more,
जो बिता उसकी चिंता नहीं अब देखे नये साल की ओर,
नये नये सपनों को लेके शुरु करते हैं हम एक नया दौर,
सदा खुश रहने के लिए करते रहे हम दोनों हमेशा शोर।
Happy anniversary my sweet 💞-
अक़्सर कह दिया करते थे कि मुझे शग़फ़ नही है गैरों में
शाय़द उन्हें ज़रा सी मोहब्बत कभी नज़र आई होगी मुझ में।-
(जादू)
कुछ तो नैरंग सा दिखा था उसकी नीली आंखों में,
पर न जाने क्यूं राज़-ए-दिल छिपाएं बैठें थे अपनी आंखों।-
तुम ही तो मेरे हाल-ए-दिल हो चाहें तुम मेरे क़रीब हो या न हो,
तूं सुकून है मेरे दिलो-दिमाग की आख़िर तुम्ही से पहचान है मेरे इस दिल की।-
राह अनजान है मगर मंज़िल तक ले जाती है
हौसले अगर बुलंद हो तो मंज़िल मिल ही जाती है
ख़्वाब ऊंचे हो अगर तो कहां कठिनाई नजर आती है
जनाब मंज़िल भी उनको ही मिला करती है
जिन्हें मंज़िल दूर तक कई नज़र नही आती है।-
तकलीफें तुम हजार दे जाते हो,
जब तुम आके ही कुछ इस क़दर से चले जाते हो।
जब तुम जाने के लिए ही आते हो,
फ़िर टुटे ख़्वाब जगाने आख़िर तुम क्यूं आ जाते हो।।-
रिश्ता आज जुड़ा है तुमसे कुछ ऐसा, कि सात जन्मों तक हम साथ रहेंगे वैसा।
चलों वादा कर लेते है हम कुछ ऐसा, कि साथ निभाएंगे हर सुख-दुख में वैसा।-
आजकल सच्चाई कहां नज़र आती, क्युकी है यह दुनिया झुठों की।
हर कोई बादशाह बना बैठा है आज, सुनता है तो बस अपने मन की।।
ठोकरों पर हमेशा ही रहती है इनके, यह दुनिया सारी की सारी।
यह तो वक्त को भी समझ बैठते है, अक़्सर जागीर अपनी अपनी।।-
दिल को समझता है अक़्सर वही, जो दिल के करीब रहता हो कहीं,
समझनें समझानें की ज़रुरत भी नही, जो अपने दिल में रहता हो कहीं।-
यह मोहब्बत है इसके यही तो अंदाज है
सुन लेता है दिल की यही तो इसके राज है
मोहब्बत में डरने और डराने की कहां बात है
जुदा होते नही क्युकी यह तो दो दिलों की बात है।-