सहनशीलता भी अपने आप मे बहोत बड़ी पूंजी है।
बहोत कम ही लोगों के पास होती है।-
गर बेड़ियां हो पांव में,
तो व्यर्थ है, न्याय के स्वप्न का भी जनना,
पूंजी के अभाव में, न्याय का निश्चित है मरना।-
जिंदगी के हर रिश्ते को तुम सींचना
हर किसी का ख्याल तुम जरूर रखना ।
होती है यहीं जिंदगी में रिश्तों की सबसे बड़ी पूंजी
इस बात को तुम जिंदगी में गांठ लगाकर रखना ।-
जीवन में आगे बढ़ने के लिए खुद पर विश्वास रखिये,
सफलता अवश्य आपके कदम चूमेंगी।
ध्यान रखिये विश्वास ही आपकी सबसे बड़ी पूंजी है,
इस पुंजी को कभी खोने न देना ।-
रौशनियाँ तेरी आँखों की ज़िन्दगी लगती है,
शरारतें तू जो करे, तो वह भी भली लगती है,
तेरे हसीन क़हक़हों से गुंजता है आँगन मेरा,
तेरी मौजूदगी ही ख़ुशियों की कुंजी लगती है,
एक तुझे पाकर कुछ और की ख़्वाहिश नहीं,
तू ही "सबा"मेरी ज़िन्दगी की पूंजी लगती है!
-
काश के होती कोई ऐसी तिलस्मि कुंजी ....
अतीत से चुरा लाती सुनहरे पलों की पूंजी ....-
कीलें ठोक, कपड़े फाड़,सूलीयों पर लटका
बेबसों, मजलूमों पर जुल्म ना ढा
उनको नेकी की राह से मत भटका।
विश्वास ही उनकी दौलत
विश्वास ही उनकी पूंजी
यही है उनके सुखमय
जीवन यापन की कुंजी।-
मेरी बेसिक सैलरी
प्रेम थी।
मैंने इसे जी भर लुटाया भी।
सोचा था
ज़िन्दगी के रिटायरमेंट से पहले
इसे आंशिक नहीं पूरा के पूरा
एक बार में ही ..
पी एफ से निकाल लूँगी।
लेकिन
प्रेम जितना लुटाया
खुद को मैंने फ़क़ीर होते पाया।
मेरे पास बस अब ये नाम ही बचा है ..
पूँजी लापता है
मेरे ठिकाने से।
सच
प्रेम फ़क़ीर ही बना देता है
तवारीख़े गवाह है !-
ढलती सांझ के जोड़ पर,
दुःख की चादर ओढ़कर,
चले न जाएं दूर कहीं वे,
सूर्य की मानिंद छोड़कर।
प्रेम सम स्नेह के आकांक्षी,
संस्कारों के ये साक्षी,
भावी पीढ़ी को राह दिखाने,
ये है दुर्लभ स्वर्ण माक्षी।
सँजोये रखो इनका साथ,
वात्सल्य पूर्ण है इनका हाथ,
आशीर्वादों की ये है कुंजी,
बेशकीमती है ये पूंजी।-