दुनिया में प्रेम बहुत खोजा
आओ प्रेम में दुनिया तलाशें-
मनुष्य हो तुम।
इस दुनिया की रचना तुम्हारे लिए हुई है।
जो तुम चाहो तो धरती आस्मा झुक जाएंगे तुम्हारे आगे।
बदल देंगी नदियां अपना रास्ता, तूफान भी थम से जाएंगे।
और जो ठान ली तुमने तो ये चांद भी आसमां से उतर धरती पे आएगा।
यूं ना भूल जाओ अपने इस पराक्रम को इन छोटी बातो में।
याद रखो ये शब्द मेरे - मनुष्य हो तुम।-
दूर का सितारा
आसमान में रहे तो ही महफूज़ रहेगा
जमीं पर उतर आए तो
इस जालिम दुनिया से
वह खुद की हिफाज़त नहीं कर पाएगा-
शायरों की हैं एक अलग ही दुनियॉं ,
जहाँ झूठ और फ़रेब मिट जाते हैं |
निकलते हैं शब्द हमारे दिल से ,
टूटे हुए दिल भी इनसे जुड़ जाते हैं |-
क़िताबों की दुनिया में बेहिसाब पन्ने हैं,
पर हर पन्नों में ज़िक्र तेरा नज़र आता है।-
रात को चैन से सपने देखने के लिए
दिन में सपनों का मलबा ढोना पड़ता है-
जो तुझे लिखूँ तो तेरा तलबगार समझती है दुनिया
जो कुछ और लिखूँ तो बेरोज़गार समझती है दुनिया-
ज़ालिम दुनिया का अंगूठा
और एक मैं था कि तुम्हें
अपनी दुनिया समझ बैठा-
ये दुनिया है यहां
कत्ल सरेआम होता है,
मिजा़ज चाहें छोटा हो
पर बड़ा नाम होता है..-