जॉन के इश्क में कुछ ज्यादा ही झुक रहा हूं मैं
कुछ दिनों से खून ही खून थूक रहा हूं मैं-
स्याही खून नहीं
हो सकती लेखनी की।
वो तो वो लार है जिसे
टपका दिया जाता है
जब-जब कोई
अच्छी सी लालच पनपती है;
या वो थूक
जिसे बाहर करके
घिन्न से निजात पा ली जाती है।-
ख़ामोशी में पलता शोर
माना आज वक्त है मौन।
जल्द पता चल जाएगा
थूके को चाटेगा कौन??
😊खींचतान जारी आहे😊-
शायद मुहब्बत आज पान मसाले सी हो गई है,
कि होठों से लगायी फिर सडकों पे थूक दी गयी है।-
✍️✍️
आसमान को थूककर चला अनाड़ी चाल
मुंह पर अपने ही गिरा थूक का सारा माल-
थूक थूक कर अफरातफरी फैलाते है लोग,,
लाशों की राजनीति से कहा बाज़ आते है लोग,,
मौत बांटे तो अल्फ़ाज़ भी नही निकलते उनके ,,
सब्ज़ी नही ख़रीदते तो क्यों तोहमत लगाते है लोग,,-
थूक लगा कर सफे पलटने का तरीक़ा गलत है
किताबे इल्म का ख़ज़ाना होती है
उनकी कदर होना चाहिए
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शीर्षक - थूक दे
" थूक दे उसी जगह पर जहां से तुझको चूक मिले
यहां हर गलती का मतलब सिर्फ गिर जाना है
ऊपर देख ऊंचाई तुझे दिखता है क्या
जमीन में देख धंसा हुआ सारा जमाना है
ये जो कहते फिरते हैं ये मेरा वो मेरा
गलतफहमी के शिकार सब छोड़कर जाना है
तेरा क्या है तेरे हाथ में है ही क्या
चलनी मालिक की है चलना ना तेरा कोई बहाना है
ऐ दिल बेचारे किस सोच में है
डरता क्यों है मौत से
डर लगता है अपनी सोच से
या डरता है तू उसके खौंफ से
देख भलाई कर इज्जत कमा
बेफालतू की चीजों में मशगूल क्यों है
जवाब क्या देगा उसको
या चुप्पी लगाएगा तू होंठ पे
बदला तो वो सबका लेगा
पता नहीं कब कब का लेगा
पहले ही सब कुछ सोचकर रख
हिसाब वो तेरी दौलत का लेगा "-
जितनी चाहो लाद दो
पाबंदियों की पोटली।
देश के शुभचिंतकों की
खोपड़ी मज़बूत है।।
पर ख़ुदा के वास्ते उस
आदमी से कुछ कहो।
जिसके मुंह मे थूक है
और थूक में यमदूत है।।"-