पाबंदियां ए हिजाब बेमानी सी है,
कि जब मुहब्बत निगाहों से दिल तक उतर जाती है।-
Saurabh
(Saurabh)
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I am from delhi ncr ,
A writer by chance.
Post ko padh ke like kijiyega ki hume banawat bilk... read more
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Joined 18 December 2019
21 NOV 2023 AT 15:08
14 NOV 2023 AT 14:41
फ़क़त लफ्जों से बुझती नहीं तिश्नगी दिल की,
अब लबों से छुआ लबों को कि बात है मुहब्बत की।-
16 AUG 2023 AT 14:31
Pata nahi sahi kya , galat kya hai,
Bus itna malum hai ,ki tuu mere jine ki iklauti dava hai.-
16 AUG 2023 AT 14:25
कि सहलाने दे लबों से लबों को तेरे,
कि तड़पते हुए जमाना हो गया है दिल को मेरे।-
16 AUG 2023 AT 14:21
ए महफिल ए शायरी अपना मेहताब बदल ले अब,
कि तेरा चांद तिजारत की नई जगह है अब-
16 AUG 2023 AT 14:14
कोई 2 लफ्ज़ कहता है कोई ढ़ाई हर्फ,
मेरे लिए तो मेरी जिंदगी थे जो तुमसे कहा I love you।-
16 AUG 2023 AT 14:10
फासलों के बहाने न बना,
तेरे तसव्वुर में तेरी धड़कनें रोज सुनता हूं मैं।-