जमाने को मैदां जीतने का हुनर भी तलवार से आया .
हमें तो नफरतों का सलीखा भी तेरे ही प्यार से आया .
ताबीज कितने ही हमने तो गले में पहनकर देखे हैं ,
मगर सच पूछ तो करार हमें सिर्फ तेरे दीदार से आया .
शायद उछाल पर हैं इन दिनों कीमतें मेरे भी शेयरों की,
सुना है लगा के मेरे शेयरों पे सट्टा वो बाज़ार से आया .
मेरी दरयादिली का "राज" शायद जान गया है समंदर ,
मेरे डूब जाने के बाद सलाम यूँ मुझे मझधार से आया .-
भस्म ताबीज़ टोना-टोटका
दारु गांजा चिलम वोडका
शेर की खाल बिल्ली के बाल
बाघ का नाखून चीते का खून
एक बोतल दारु एक मुर्गा हारूं
श्रृंगार का सामान तामसिक अरमान
आंटे की गुड़िया सिन्दूर की पुड़िया
कौड़ी की चाल ग्रह नक्षत्रों का हाल
मंत्र साधना प्रेत आराधना
मानव खोपड़ी फूस की झोपड़ी
तांत्रिक माया ग्रहण की छाया
शैतान का जाया भूमि पर आया..-
लिखता हूँ..अपनी आयतें..तो ज़िक्र-ए-ख़ास तेरा होता है,
मेरी दुआओं की ताबीज़ पर बस तेरा नाम लिखा होता है...!!-
भूख
जिसकी जरूरत हैआज उसी बात कि कमी सी है
बात कितनी भी सक्त पक्की करो पर नमी सी है
भीड और भूख बेशुमार है पर सब में कमी सी है
जोभी जिंदगी में जतन किया उसी की कमी सी है
गिरती उठते पर्दे बहुत देखे जिंदगी कहानी सी है
जिंदगी के लेम्बो में कुछ पलों का करवा चुराना है
नही जो कहेने वालो ने कहा सुन ने वालो ने सुना है
ताबीज बनाके रखलू दिल जैसा साथी कोई गर है
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काश पूरा आँचल न सही,माँ के
आँचल का कोर ही मिल जाता
जिसे लपेटकर उंगलियों में ताबीज सा ,
सुकूँ से जिंदगी का सफर तय कर जाता ।-
Tumhe mujhse tum bhi na juda kar paoge ❤ ❤..
Ki pahan li hai Hamne Abhi Tere Ishq ki Tabij ❤-
किसी के लिये गम,
हौसले को लजीज बनाती है
तो किसी के लिये यह,
कायरता की ताबीज कहलाती है!-
तुम्हारी जो खैरियत बनाए रखे,
मुझे वो ताबीज होना है________:):)-