QUOTES ON #तपस्विनी

#तपस्विनी quotes

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7 JUN 2017 AT 0:31

निर्जन की योगिनी
(In caption 👇👇👇)

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27 JAN 2021 AT 23:57

तपस्विनी

बनकर तपस्विनी, मनस्विनी, यशस्विनी
गाती रही सतत् प्रणयगीत ज्यों तरंगिणी

सहती दुःख विरंजित किंचित अकल्पित
अगणित अतुलित तथापि रहती संतुलित

संग न प्रिय उसके बसती शत्रु के ज्यों घर
जीती परिस्थिति विषम सहम सहम डर

राम तव मंदाकिनी हो रही प्रतिपल मलिन
भव परीक्षिता जर, केश श्वेत त्वचा बलिन

उर ध्यान धर धीरज धर धरणी वृंदा सम
भगवत शरण पतिव्रत क्षरण विधि नियम

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3 JUN 2020 AT 12:44

"मेरी दिली ख्वाईश है
रात के अंधेरे में रोशनी कर दूं

मिले साथ गर तेरा मुझको बराबर
मोहब्बत हमारी जहाँ में मशहूर कर दूं

गर इतना काफी नही है
तो जान मेरी तुझपे सब कुर्बान कर दूं"

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28 SEP 2020 AT 10:46

प्यार , साधना और तपस्या का दूसरा नाम -'प्रतीक्षा' है।

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साथ वहीं हैं जो हरदम साथ रहे
साथ वहीं हैं जो छूटे ना ,साथी वहीं जो रूठे ना
साथ वहीं हैं जो संग जी ली तेरे,अब दूर सही कोई बात नहीं
साथ वहीं हैं जो तुमने दिया,वो मेरे दोस्त है कोई और नहीं
साथ वहीं हैं जो बिन मांगे हरपल मिला ,
किसी और से नहीं मेरे परिवार से मिला
साथ वहीं हैं जो जीवन साथी से मिला,
हर मोड़ पे भुल कर सारे सिकवा गिला
साथ वहीं है जो मुझको मिला,कितना तुम ये मत पूछना
जितना था मेरे हिस्से में ,साथ वहीं है जो साथ रहे ,
सुकून था उन लम्हों में
जो सिर्फ मेरे साथ वहीं है जो
साथी बन हरदम साथ रहे ।

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22 SEP 2020 AT 9:57

मन कर रहा है कि
सती बनकर
खुद को जला दूँ,,,,,,,,

मन कर रहा है कि
पार्वती बनकर
तेरे पास चले आऊँ,,,,,,

मन कर रहा है कि
तपस्विनी बनकर
तेरे ही नाम जप लूँ,,,,,,

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कुछ लोग कभी नहीं बदलते ☃
ना स्वभाव, न व्यवहार ,
न अपनी स्थिति , न परिस्थिति ,
और न ही अपना अहमियत
क्योंकि
सभी
सभी के लिए नहीं बनेे होते ,
उनमें से एक हैं.......

🔥 ~success~🔥

🌀But🌀
Everything is possible
if your attitude and
designs are perfect for
your goal,aim and success... 😊

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11 OCT 2021 AT 14:03

इसी दीये सी जल
रही हूँ तेरे वियोग में,
छूकर मुझे अपनी
जोगन कर दे ना,
उम्र भर के लिए ये तन
मन तेरा हो जाये
ऐसा कुछ आकर कर दे ना।

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7 AUG 2020 AT 11:03

रत्नावली एक वियोगिनी
हाँ तुलसीदास की पत्नी
जिसने रामबोला को बनाया तुलसीदास

थी वो एक विदुषी
तभी तो फटकारा
उसने तुलसी को
वही थी
जिसने मोह-मार्ग से हटाकर
राम-मार्ग पर चलाया तुलसी को

गर ना होती वो तो
क्या होते तुलसी
या होती रामचरितमानस

वो चाहती तो बांधे रखती
मोहपाश में तुलसी को
किन्तु स्वयं वियोग सहकर
श्रेष्ठ भक्त बनाया तुलसी को

साहित्याकाश के नक्षत्र तुलसी
उनकी आभा रत्नावली
रामचरितमानस के श्रेष्ठ कवि तुलसी
उनकी प्रेरणा बनी रत्नावली

स्त्री भोगीनि नहीं योगिनी है
वह तो विदुषी और तपस्विनी है।


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