कोई गाँठ खोल दो इन उलझे रिश्तों की
मेरी ज़िंदगी का, ये दम घोंट रही हैं-
मछली भी तो पानी में कभी घुटती होगी ज़रूर!
जैसे तुम मेरी ज़िंदगी हो कर भी नहीं हो!!-
मेरी ख़ामोशी से मेरा एक सवाल ऐसा है
आँखों में आँसू हैं नहीं, ये मलाल ऐसा है
कोई फ़ुर्क़त पल रही दिल में क़ुर्बत बनी
तन्हाई से पूछा? उसका भी हाल ऐसा है
मेरा शहर ए सहरा, दरिया से गहरा हुआ
मैं साहिल प्यासा रहा, ये कमाल ऐसा है
बे-वज़ूद इश्क़ कामिल होगा भला कैसे
धड़कनों ने बुना मकड़ी सा जाल ऐसा है
कोई तीरगी सी बह रही है नसों में मिरी
अब कालिख़ का भी देखो जमाल ऐसा है
रौनकें घर में नज़र आती किसी 'लौ' सी
और जलता हुआ भीतर 'बवाल' ऐसा है-
मुझे रास आए, महफ़िल में वो बात नहीं है
ये ज़िंदगी ख़ाक सी जो तू मेरे साथ नहीं है
मैं दिल जला हूँ, अपनों के फ़रेब देख- देख
यूँ दिल छूने भर की गैरों में औक़ात नहीं है
ऊँच- नीच, जात- पात महामारियाँ है बुरी
साफ़ मन से बढ़के दूजी कोई जात नहीं है
रात ज़ालिम है ख़ामोश मेरा सब्र देख कर
वरना मुझे डराए अँधेरों में औक़ात नहीं है
यूँ तो रोज़ सफ़र तय करता हूँ ज़िंदगी का
मग़र कुछ हासिल करूँ वे जज़्बात नहीं है
एक बवाल है, जो सीने में पल रहा है मेरे
वरना थामे मुझे, काँधे पर वो हाथ नहीं है-
गुस्ताखी मेरी ज़रा माफ़ करना,
मेरे बदलने की अास में,
अपनी ज़िन्दगी मत बरबाद करना ||-
कोई पूछे तो रंजिश कहना,, कोई पूछे तो यारी
कोई पूछे हसरत क्या? कहना सीखी है अय्यारी
कोई पूछे तो बंदिश कहना, कोई पूछे तो हूँ नारी
कोई पूछे हसरत क्या? कहना उड़ना है इस बारी
कोई पूछे तो ख़लिश कहना,कोई पूछे तो आवारी
कोई पूछे हसरत क्या? कहना छोड़ी नहीं खुमारी
कोई पूछे तो तपिश कहना, कोई पूछे तो कटारी
कोई पूछे हसरत क्या? कहना जंग अभी है जारी
कोई पूछे तो कशिश कहना,कोई पूछे तो शिकारी
कोई पूछे हसरत क्या? कहना मर्द पे रही उधारी
कोई पूछे तो कोशिश कहना, कोई पूछे तो हारी
कोई पूछे हसरत क्या? कहना आज़ादी इस बारी-
💓💫 प्यार 💫💓
प्यार एक आंस हैं, मेरी हर सांस में हैं
प्यार एक राज हैं, मेरे दिल का साज हैं
प्यार एक पहेली हैं, तो धड़कन उसकी सहेली हैं
प्यार ज़िन्दगी का एक किस्सा हैं, तो दिल उसका एक हिस्सा हैं
प्यार ज़िंदगी में काफिर हैं, तो दिल उसका एक मुसाफिर हैं
प्यार जिंदगी का सही रास्ता हैं, तो हर दिल का उससे वास्ता हैं
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