मैं तेरे बालों का वो गजरा बनना चाहता हूं,
जो लगने से पहले तेरे लबों को चूमना चाहता हूँ..
मैं तेरी साड़ी का वो पिन बनना चाहता हूं,
जो लगने से पहले तेरे होठों से दबना चाहता हूँ..
मैं तेरे हसीन चेहरे का वो मुस्कान बनना चाहता हूँ,
जिससे हो तेरी खुशियां दोगुनी, मैं वो बरसात बनना चाहता हूँ..
मैं तुम्हारे लड़खड़ाते हुए क़दमो को थामना चाहता हूँ,
ज़िंदगी के हसीन लम्हों में तेरे साथ चलना चाहता हूं..!
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