उनकी हर खुशियों को
उनकी हर ख्वाहिशों को
एक परिवार का सदस्य
उन्हें अलविदा कह जाता है
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"ग्रहण" तो तेरे चाँद पर लगता होगा-ए---"खुदा"
"मेरे चाँद का तो सज़दा होता है"-
जेब में ,
और ज़िन्दगी हो जाती है तंग ।
जाओगे Shopping Mall
अपनी बीवी के संग ।।।-
कल सूर्यग्रहण था
सुना है के...कल
सूरज औऱ पृथ्वी के बीच
चाँद आ गया था...,
दिन में भी रात सा एहसास था
मौसम शांत,
धुन्दला-धुन्दला सा.. नीरस,
वैसे तो...
मैं औऱ मेरी ज़िन्दगी के बीच भी..
...इक चाँद आया था
पऱ मुझपे ग्रहण उसके आने से नहीं
...उसके जाने से लगा,
अब जिंदगी है के एकांत..शांत,
धुंदली-धुंदली सी... नीरस!-
वो दिन में भी रात सा लागे....
जिसके होने से सब घबरावे....
वो अच्छा है या बुरा कौन जाने....
ग्रहण सूरज पर लागे....-
मुझे आग के दरिया में झोंक मेरे जीवन में ही ग्रहण लगा गयी वो
इंतजार है अब,कब शांतिपाठ की औपचारिकता निभाने आयेगी वो-
कितना प्यार करते हैं, खुलकर बता ना सके मुझे,
अपने फिक्र के कसती से, कभी हटा ना सके मुझे,
खून पसीने की महनत वह, पानी सा लुटाते मुझपर,
बिन हाथ बढाये आँसू पोछे, कभी सता ना सके मुझे।-