मेरी साँसे रुक-रुक सी जाती है
जब वो सामने से गुजर के जाती है-
अब होती नही उनसे गुफ्तगू देर तक हमारी,
बहुत दिनों से....हमारा इतवार नही आया।-
मैं वक़्त बन जाऊं तू बन जाना कोई लम्हा
मैं तुझमें गुजर जाऊं तू मुझमें गुजर जाना-
आँसू आँख में छुपाते हुए शहर जाते हैं
पास देखकर भी ख़ुशी गुजर जाते हैं
कितना उठाते हैं दर्द-व-गम परदेसियों से पूछो
इतने समझौतों पर जीते हैं कि मर जाते हैं-
आता है याद मुझको गुजरा हुआ जमाना
वो बाग की बहारें, वो सब का चह-चहाना
आजादियाँ कहाँ वो, अब अपने घोसले की
अपनी खुशी से आना अपनी खुशी से जाना
लगती हो चोट दिल पर, आता है याद जिस दम
शबनम के आँसुओं पर कलियों का मुस्कुराना
वो प्यारी-प्यारी सूरत, वो कामिनी-सी मूरत
आबाद जिस के दम से था मेरा आशियाना....
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दुनिया वाले थोड़ी न मेरा दर्द-व-गम जानते है
ज़िन्दगी कैसे गुजर रही है ये तो बस हम जानते है-
😍💯th Quote ✍️
मुश्किल वक़्त है, गुजर जाएगा
सुनहरा कल फिर आएगा
समय दुविधा हर जाएगा
सिख बहुत कुछ दे जाएगा
कोरोना को बर्बाद होना होगा
देश को फिरसे आबाद होना होगा
क्योंकी ये मुश्किल वक़्त है, गुजर जाएगा
सुनहरा कल फिर आएगा...।-
फरियाद कर रही है....
मेरी तरसति हुई निगाहें....
किसी को देखे हुए.....
बहुत दिन गुजर गए है....
— s.k.barman-