फितरत सोंच और
हालात का फर्क है वरना
इंसान कैसा भी हो
दिल का बुरा नही होता....-
अल्फाज गिरा देते हैं
जज्बात की कीमत
जज़्बातो को लफ्जो
में न ढाला करे कोई....-
यूँ गिरा कर बार-बार उठाया ना कर
तू खुदा है मुझे बताया ना कर
यूं किनारों से उठाकर हर बार डूबा देता है तू
तेरी कश्ती है हर बार मुझ पर आजमाया ना कर
जो दिया तूने सवाल उस पर नहीं
अपना कहूं क्यों जो चला जाएगा
शायद आएगा वह एक बार फिर
बार-बार बताया ना कर
लौट चुका होगा शायद वह इस दुनिया से
इस तरह बार-बार मुझे वो रास्ता दिखाया ना कर....-
जिंदगी एक बार मिलती है
बिल्कुल गलत है
सिर्फ मौत एक बार मिलती है
जिंदगी हर रोज मिलती है....-
आज कल लोग समझते कम
और समझाते ज्यादा है
इसी लिए तो रिश्ते सुलझते कम
और उलझते ज्यादा है....-
हँसना और हँसाना ये कोशिश है मेरी
हर कोई खुश रहे ये चाहत है मेरी
भले ही कोई याद करे या न करे मुझे
मेरे हर अपने को याद करना ये आदत है मेरी....-
"हाँ" ये सच है परिवर्तन के महायज्ञ से
पहले बलि दी जाती है
लेकिन किसी निर्दोष प्राणी की नही
उनकी जो बाधक है परिवर्तन में....-
अपनी कीमत उतनी ही रखिये
जो अदा हो सके
अगर अनमोल हो गए तो
तन्हा हो जाओगे
खेल ताश का हो या जिंदगी का
अपना इक्का तभी दिखाना
जब सामने वाला बादशाह निकले.....-
"इज्जत" इंसान की नहीं जरूरत की होती है
जरूरत खत्म, इज्जत खत्म
यही आधुनिक दुनिया का रिवाज है
अत: दो पल के जिंदगी के दो नियम है
👉👉प्रेम देना और प्रेम पाना-