अगर सभी ख़ुद से पहले,
दूसरों की भलाई सोचे ,
तो ईश्वर को भी जन्नत का
पता बदलना पड़ेगा ।।-
उसे ख़ुश देखने के लिए हम खज़ाना ढूंढ़ने लगे |
और पता ही नहीं चला कि कब ख़ुद मुस्कुराने के लिए हम बहाने ढूंढ़ने लगे |-
किसी के दिल में यकीन सबूतों से नहीं ,
बल्कि ख़ुद पर खुद के यकीन से होता !-
तू दूर जा तुझे सलाम भेजा करूँगा
लिखकर ख़त में पैग़ाम भेजा करूँगा
अगर तुझको मुझ जैसों की चाहत हो
अल्फाज़ों से ही इल्ज़ाम भेजा करूँगा
अब ख़्वाहिशें पूरी करने की ठान ही ली
तुझको नूर और ग़ुलफाम भेजा करूँगा
मुझको पढ़कर ही अगर खुश़ियाँ आती हैं
लिखकर तुझको वो तमाम भेजा करूँगा
ख़ुद पर नज़र बनाए रखना ज़रूरी होता है
लिखकर तुझे भी अपना नाम भेजा करूँगा
तेरे इश़्क में डूबा भी है अगर "आरिफ़"
क़ुरबत को अब सुबह-शाम भेजा करूँगा
"कोरा काग़ज़" पढ़कर अगर इक नश़ा हुआ
अल्फाज़ों के भरकर मैं जाम भेजा करूँगा-
मोहब्बत एक खूबसूरत पहेली है सबकी
मोहब्बत एक खूबसूरत सहेली है सबकी
श़िद्दत से की जाए तभी तक ही साथ देगी
धोखे से की गयी तब तो अकेली है सबकी
इसके साथ बीते लम्हे ख़्वाबों में भी आते हैं
दिल से की हुई मोहब्बत नश़ीली है सबकी
कुछ दिन साथ मिला तो बिछड़ना मुश़्किल है
सिर्फ़ यही तो एक महकती चमेली है सबकी
इस से ना कोई बच सका ना बच सकेगा कभी
जिसने भी की हो ये थोड़ी श़र्मीली है सबकी
माँ,बाप,बीवी,भाई,बहन बहुत से नाम हैं इसके
हर रिश्ते में अपनी ही जगह अलबेली है सबकी
दूसरों से तो बहुत कर ली कभी ख़ुद से कर लो
ख़ुद से जो करता है ये बहुत निराली है सबकी
कुछ लोग हैं जो इसको नापाक करते हैं "आरिफ़"
उनके घर में भी मोहब्बत बहुत ज़हरीली है सबकी
धोखेबाज़ों को "कोरे काग़ज़" के सिवा कुछ नहीं
कलम वालों के लिए तो बहुत सुरीली है सबकी-
SushilQuote✍️
😊
अकेला हूं
पर मुस्कुराता बहुत हूं ,
ख़ुद का साथ बड़ी शिद्दत से दे रहा हूं!-
पहचान लेते है लोग मुझे,
मेरी सालों पुरानी तस्वीर देख कर,
मैं खुद को नहीं पहचान पाती,
अगले दिन आइना देख कर!-