Nazia Shaukat 11 SEP 2020 AT 18:51 परिस्थितियों का सम्मान करते-करते,वास्तविकता का भान नहीं रहता..... ( अनुशीर्षक में पढ़ें) - Sudha Pathak 9 JAN 2020 AT 15:52 बेचैनी होती है बाहर के कोलाहल सेपर हार जाती हूँ मन के कोलाहल से - Shrey Saxena 11 SEP 2017 AT 0:19 भीतर के कोलाहलबाहर सन्नाटे भर देते हैं । - RITU Srivastava 17 DEC 2022 AT 12:08 चमकती है कोरी दीवारेनही दिखती पेंसिल की आड़ी तिरछी लाइनें करीने से सजा है कमरानही बिखरी है चादरे, नही उड़ते है सुपरमैनएक ही चैनल पर चलता है टीवीनही होता कोई रिमोट का झगड़ा लॉन में खिले करीने से सुंदर पौधेनही दिखते गमलों के विकेटपड़ोसियों से कोई बात नही होतीनही आती उलाहने, शिकायतेनिकल जाते है खामोशी से दिन और रातेइतवार के दिन अब कोलाहल नही होताबन जाती है खिचड़ी और दलियापकवान की खुशबू से रसोई नही महकती दरवाजे की घंटी है खामोशआने जाने की आहट से दरवाजे नही खड़कते उड़ गए नीड़ से पंक्षी खुले गगन मेंमकान है ये अब ये घर नही लगता - Aarti 5 MAR 2022 AT 12:04 बलिवेदी.... - सिद्धार्थ मिश्र 7 JUN 2019 AT 10:24 अभिशाप होता है सौंदर्य,आकर्षण के बाद भी,राजमहलों में छुपे,गहरे रहस्यों की तरह,बहुत कुछ छिपा होता है,चमकते चेहरों के पीछे,आंसूओं की कतारें..अंतहीन कोलाहल.! - Collab Only 15 MAR 2020 AT 20:48 परिभाषा के शब्दों में मैं मौन हूँ अंतस में कोलाहल समेटे हुए ..... - Khushboo Malviya 17 NOV 2017 AT 22:05 मेरे भीतर का कोलाहल तुम्हारे मौन का प्रेमी - Shriyansh Pathak 2 MAY 2020 AT 9:50 # "अपनी किताबों की तरह तुम्हें भी उसी सादगी से सहेजना चाहा...! हम नादां को क्या ख़बर...! कुछ पन्नों को कोलाहल पसंद है, मौन नहीं...! - RITU Srivastava 9 SEP 2021 AT 0:06 व्याप्त है स्तब्धता घनघोरअपने पदचाप से कोलाहल में तब्दील कर दो -