कैमरे को घुमाते अपनी तरफ़,
मुद्दतों बाद खुदी को जो भाते।-
🖤
अकेला..आवारा..शब्दों का कातिब!
फटेहाल रहता है भिकारी के मानिंद,
या पैरहन उसके देह पर जँचता नहीं है?-
चाहे हम
किसी के समीप हों
या न हों
हमारा चाहना
अगले को सुंदर बनाता है
मेरे दोस्त!
ये दुनिया चाहतों पर टिकी है
और यूँ ही नहीं
बेहद सुंदर है।-
इश्क़ में
साँसें गिनना
बेहयाई
है,
इश्क़
हँसता-बोलता
अच्छा लगता है।— % &-
कभी हाथों में जुगनू थे कभी जुगनू अकेला था
आसमाँ में कई सारे जुगनुओं का ही मेला था,
यही जुगनू हमेशा आह भर रोते हैं रातों में
ये जुगनू थे या मैं ही था जो हर रात अकेला था।— % &-
तुम्हारे माथे पर
फूल से किया गया हस्ताक्षर
आने वाले प्रेमी जोड़ों
के लिए एक
अभिलेख होगा
और
फूल से फूल के संयोग का विवरण
दर्ज किया जाएगा पांडुलिपियों में
हमारा चुम्बन ऐतिहासिक होगा।— % &-
इस क़दर आशनाई में उलझा रहा 'हर्ष',
मुर्शिद तेरे बिछाए काँटे गुलाब ही दिखे मुझे।— % &-
श्रोता
अकेले हो जाते हैं
जब
सुर साथ छोड़ देती है
तब गीत चुभता है
और गायकी महकती है
सदियों तक।— % &-
ट्रेन में
यात्रा के दौरान
सबको
पेड़ भागते दिखते हैं,
एक छोर से दूसरे छोर तक
मुझे
मैं भागता दिखा।— % &-