प्रेम
किस मे देखूं
कब्र ए शाहजहाँ मे
या
श्रवण की
कांवड़ मे देखूं.
-
देखा देखी भक्ति, पूजा और धर्म
समझ आते नहीं मुझको..
मुझे जिसमें दिखता है, वो चश्मा और है-
जय जयकारे गूँज रहे हैं भोले के दरबार में,
सारी जनता उमड़ पड़ी है शिवभक्तों के प्यार में।
नीलकंठ ,ऋषिकेश रंगे हैं , हरिद्वार रंगीला है,
किसी का अंगोछा केसरिया वस्त्र किसी का पीला है,
जगह - जगह भंडारे चलते भोलों के सत्कार में।
सारी जनता उमड़ पड़ी है शिवभक्तों के प्यार में।।
कंधों पर रक्खी कांवड़ भी लचक - लचक मुस्काती है,
कांवड़ियों की भक्ति- प्रेम का पैमाना दिखलाती है,
हर -हर ,बम -बम घुला हुआ है चलती हुई कतार में।
सारी जनता उमड़ पड़ी है शिवभक्तों के प्यार में।।
अपने निर्मल मनोभाव से कांवड़ भक्त सजाते हैं,
मील सैकड़ों पैदल चलकर शिव मंदिर तक आते हैं,
गंगाजली बदल जाती पावन गंगा की धार में।
सारी जनता उमड़ पड़ी है शिवभक्तों के प्यार में।।
सक्षम भक्त बड़ी श्रद्धा से भर -भर कांवड़ लाते हैं,
अक्षम दर्शन कर उनकी निष्ठा को शीश नवाते है,
भारत से अन्यत्र आस्था दिखी नहीं संसार में।
सारी जनता उमड़ पड़ी है शिवभक्तों के प्यार में।।
-
मालिक तैयार है हर पल
कृपा अपनी बरसाने को..
तू झोली मज़बूत तो करले..
तू इस लायक तो हो जा..-
पावन सावन आ गया, शिवमय है संसार।
काँवर कांधे पर लिए, भक्त चले शिव द्वार।।
भक्त चले शिव द्वार,बोलते हर-हर बम-बम।
घोर व्रती आचार, बरसता पानी झम-झम।।
नहीं पादुका पाँव, साधना चित मनभावन।
शिव आलय है धाम, अर्घ्य गंगाजल पावन।।
Sj...✍️-
कावड़िये उठा ले भोले की कांवड़,
क्या देखता है तेरे पैरों के छाले,
आनंदित हो बस चलता चल,
बस मन में रख आस बाबा की,
वो ही देगा तुझ को श्रद्धा, शक्ति,
तू तो बस चलता जा,
बोलता जा जय भोले की,
तेरा एक एक कदम तुझ को
ले जायेगा तेरे भोले की शरण में,
आते को भी बोल जय भोले की,
जाते को भी बोल जय भोले की,
तेरी मस्ती ही तेरी गति है,
वही तेरी बाबा की परम भक्ति है,
ह्रदय में बसा कर भोले को चलता जा,
क्या देखता है पैर के छाले ये तो प्रसाद है,
उठा ले भोले की कांवड़ तेरे सब दुःख मिट जायेगे,
मन तन तेरा भर जाएगा बस तू तो,
बोलता जा जय भोले बाबा की, जय महादेव की,
तुझ को दिव्य दर्शन मन के मनमंदिर में हो जायेगे..
जय भोले के बाबा भोलेनाथ..
बोलो मोटामहादेव की जय जयकार..
🚩🙏🏼🌱🦚🪷🪔🔱🔔🕉️-
शिव जी हैं आराध्य तो
करना भक्ति सीखों रावण से
मनोकामना सावन मे होंगी पूरी
निकल पड़ेंगे हम सब जब कावड़ पे-
भोले के बाबा भोलेनाथ..
आपको मेरे दिल ने पुकारा है,
आदेश बाबा बुलावे का दे दो,
भोले बाबा ऐसी कृपा बरसा दो,
हम तो है दीवाने बाबा आपके,
इन दीवानो पर कर दो दृष्टि दया की,
बाबा हम से अंखिया मिला लो,
भोले बाबा ऐसी कृपा बरसा दो..
बिन आपकी मेहर भोले शंकर,
बिन आपकी आज्ञा भोले शंकर,
मुझ में वो शक्ति कहा मेरे बाबा,
जो कांवड़ ला जल अर्पित करू,
बाबा मन में आप दो श्रद्धा शक्ति,
आप ही आदेश करो मेरे सरकार,
कैसे संवरेगी ये, कैसे संवरेगी ये,
ज़िंदगानी मेरी समझा दो बाबा,
भोले, ऐसी कृपा बरसा दो आप..✍🏼🐦-
न जाने कौन से जानवरों के बाड़े में पले हैं वे न्यायाधीश
जिन्हें कावड में कोरोना और ईद में चाँद नज़र आ रहा है
केरल में केस हजारों हैं कोरोना के यूपी में दस-बीस
फिर भी ईद पर मौन हैं जज कावड से डर फैलाया जा रहा है
यही जज रोएँगे पीट-पीटकर सर फिर सरकार के सामने
कि पीड़ितों क्यों नहीं जल्दी इलाज मुहैया कराया जा रहा है
सच कहूँ तो न नियम हैं न कोई कानून है आज भारत देश में
अपनी अपनी आस्थाओं के हिसाब से फैसला सुनाया जा रहा है-