मरने से पहले महज़ एक ही ख्वाहिश है मेरी,
तुमसे मिलने की, ताकि तुमपर मर कर मैं जी उठूँ।-
एक दिन अकाल पड़ेगा "प्यार" का,
नदिया तरसेगी समंदर से मिलने को,
समंदर तरसेगा किनारो से मिलने को,
और किनारे तरसेंगे प्रेम में डूबे लोगो से मिलने को।
#ऋषभ-
नाजुक से तेरे लब देखकर पर्दे के पीछे
लगा.... कमबख्त
कायनात खुदा की
वाकई लाजवाब है-
शिकवा नही किसी से, किसी से गिला नही।
जो सिला मिला मोहब्बत में हमे, वो शायद किसी को मिला नही।।-
मन की स्वच्छता हो जाये तो तन स्वच्छ हो जाता,
स्वयं स्वच्छ जब होंगे तो स्थान स्वच्छ हो जाता..
देवभक्ति है स्वच्छ भावना बापू भी कहते थे,
पर,मन को पवित्र करोगे तभी स्वच्छता आता..
स्वच्छ रहे छवि अब भारत की स्वप्न यही सताता,
स्वयंसिद्ध अब करें स्वच्छता जिया बहुत अकुलाता..!
💘💖💘-
(यारी)
कुछ शक्श मेरे साथ रहते हैं
दूर हो कर भी अपने जज़्बात कहते हैं
हां कोई रूह और लहू का रिश्ता तो नहीं हैं
पर बिन कहे हर मेरी बात सहते हैं...
दोस्त हैं मेरे, जो अजनबी शहर में पास रहते हैं
कितनी बड़ी बात क्यों ना हों,"सब ठीक होगा",बस ये बात कहते हैं
और चाहे कोई तोड़ दे या छोड़ दे
ये रहेंगे साथ मेरे , ऐसी बात, वो मुझे हर रात कहते हैं...
और जो जहां हैं वो कहते हैं तेरे पास आते हैं
तू अगर परेशान तो बता, हम कुछ इंतजाम लाते हैं
उनकी इस बात ने ही शायद जोड़े रखा हैं हमें
भला नहीं तो इस दुनियां में ऐसे अच्छे दोस्त कहां पाते हैं
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जो तेरे अल्फाजो का मतलब निकालने बैठे ।
खुदा कसम
अपनी जिंदगी का ही मकसद भूल बैठे हम ।।-
ये जो हर शाम तुम अपनी खिड़की पर आ जाती हो
सिर्फ चाय पीने आती हो,
या हमसे कुछ कहने आती हो ।।-
Tu sony sab hai,
Toh mein tarak mehata ka ulta chasma,
Mere bina tu chalegi kitnaa..-
____घर की याद____
हां, घर की याद बहुत आती हैं,
दिन में सौ बार उसकी धुंधली तस्वीर नज़र आती हैं
अकेले बैठे जब सोचू उसको
तो घर के साथ वो गलियां भी खिलखिलाती हैं
ये सिर्फ़ मेरा नहीं, ये सबका है हाल ए बयां
कि ये सिर्फ़ मेरा नहीं, ये सबका है हाल ए बयां
बंद आंखे भी जब नम, और मन, वो राहें ढूंढ आती हैं
हां घर की याद बहुत आती हैं घर की याद बहुत आती हैं.....
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