और मैंने तो कभी नही चाहा की मुझे कोई परेशान देखकर कोई मेरे पे तरस खाए या मेरे साथ हमदर्दिया जताएं बहुत सारे ऐसे गम है जो हमेशा मैं सिर्फ अपने तक रखता हूँ सिर्फ इसलिए कि कभी अपने गम का ज़िक्र करूँगा तो वो गम बताने से मेरे हल्के नही होंगे बल्कि हरे होकर रिसने लगेंगे
जानते हो सच्चा इश्क़ होता क्या हैं आशिक़ मर मिटते है अपनी मोहब्बत के लिए सिर्फ पा लेने में बहादुरी नहीं होती खोने के लिए भी बहुत हिम्मत चाहिए और उस हिम्मत से आप ना वाकिफ़ हो