Mahender Kumar 5 DEC 2018 AT 18:24 कितना भरा हुआ है दिल मेरा तेरे ख़ालीपन से - ज़ैनब ख़ान 22 MAY 2020 AT 20:43 हर मर्ज़ का इलाज उसकी शायरी में है शायर वो क्या हुआ के मेरा चारागर हुआ। - ज़ैनब ख़ान 21 MAY 2020 AT 19:10 डूबा जो कोई इश्क़ में ऐसा हशर हुआ उस पर दवा-दुरूद का न फिर असर हुआ,बर्बाद भी बेकार भी बदनाम हुआ परउसको कहाँ ख़बर के वो तो बेख़बर हुआ। शब-रोज़ मस्त है वो नमाज़ों में इश्क़ कीउससे न पूछिए मियाँ काबा किधर हुआ!हिसाब इश्क़ में ज़रा दुनिया से जुदा है इक जो घटा दो में से तो बाक़ी सिफ़र हुआ। गिरते हैं जहाँ में ये अश्क़-ए-आब रात दिन मोती हुआ जो अश्क़ इश्क़ का हुनर हुआ। जो होश में लिखा तो हर्फ़ हर्फ़ रह गए जब इश्क़ में लिखा लफ़ज़-लफ़ज़ बहर हुआ। - महामृत्युन्जय गौतम 24 FEB 2019 AT 21:53 अभी हमारी बेज़ान-सी ज़िन्दगी में आपने दस्तक भी न दिया है..और जाने की बात कह दिल को तकल्लुफ दिए जा रहे हैं! - ज़ैनब ख़ान 30 MAY 2020 AT 18:08 वाइज़ ने कहा लेकिन, हम हम थे हम रहे,कमबख़्त बेशरम थे हम, हम बेशरम रहे। - Mayank Tiwari 12 SEP 2017 AT 23:51 बायें से हिंदी और दायें से उर्दू लाते हैंबीच में जहां मिले हिंदुस्तान बनाते हैं। - YQ Sahitya 10 DEC 2019 AT 16:51 आइए, पढ़ते हैं वह प्रसंग जब निराला जी को 1938 में रेडियो स्टेशन पर कविता पाठ के लिए बुलाया गया । - Shivam Tiwari 31 JUL 2017 AT 22:18 काग़ज़ की कसम, मेरी कलम, झूठ नहीं है।मौसम ये सनम, हम पे सितम, झूठ नहीं है। - YQ Sahitya 22 NOV 2020 AT 9:27 आज बात संविधान के आठवीं अनुसूची की - Aditya Dhanraj 17 JUL 2020 AT 19:19 किसी की याद में हम जब भी गजल कहते हैंहक़ीक़त है कि फिर अच्छी गजल कहते हैंइश्क़ की बात है समझेंगे फख्त दीवानेहम न हिंदी की न उर्दू की गजल कहते हैं।(इश्क़ की गजल) -