साया 📃✏✏ 30 SEP 2019 AT 0:37 उनका सुर्ख रंग, यादें रंगीन, रास्तों में उजले हैंमैं साया हूँ मेरा वजूद अंधेरा और सपने काले हैं - नया👇अकाउंटफोलो 13 JUL 2020 AT 13:46 ये अंधेरे है यहां उजाले के नहीं होते ,ये ज़मानें वाले किसी के सहारे नहीं होते । - Satyendra prajapati 2 JUN 2021 AT 19:35 वक़्त से पहले मुरझा गए, वो गुल फिर से खिलने चाहिए।ये उजाले सब के लिए है, तो सबको मिलने चाहिए।। - दीप शिखा 7 MAR 2019 AT 5:52 ये उजाले गुनहगार हैं मेरे हसीन ख़्वाबों के,कमबख्त आँख मलते ही तुम्हें दूर ले जाते हैं ! - दीप शिखा 23 JAN 2019 AT 3:22 ना ढूंढ खुद को अल्फाजों में, तेरी खामोशियाँ सुनी है मैंने,जहां तू खुद को जला आया था, उस उजाले से रौशन दिया हूँ मैं ! - Satyendra prajapati 1 SEP 2021 AT 18:34 @Saty_endra7 - Seasonal Poet🦜 9 JUN 2019 AT 17:28 दिन के उजाले में,ग़म के खामोश अंधेरों में बैठा सोच रहा थाकोई मुझे रात के अंधेरों का रंग बताये! - Ali Nausad 16 DEC 2021 AT 16:26 ऐ शाम! ज़रा ठहर मुझे भी तेरे साथ ढलना है, डर सा लगने लगा है अब इन दिन के उजालों से! - Babu Gangiya 9 FEB 2018 AT 6:58 धूप की बुराई साये से क्या कर दी हमने, आज तक गला सुखाए बैठे है!!पर्दे आँखों ने किये हमारी औऱ वो हमसे, जुर्म की गुफ़्तगू लगायें बैठे है!! - Anuup Kamal Agrawal 9 JUN 2017 AT 7:57 मेरे शहर में सहर नहीं होतायहाँ उजाले का ज़हर नहीं होतासन्नाटे सुनाया करते ऐसी गजलेंकाफ़िया, रदीफ़ या बहर नहीं होता -