इक उम्र उजालों को तरसते रहे हैं हम,
इश्क़ की लौ में यूँ जलते रहे हैं हम।-
एक बात कहूं तुम जबसे बढ़े हो आगे ,
जैसे पूरी दुनिया से ये पागल पीछे छूट गयी है !!
❤ ❤ ❤ ❤-
जुनु है तो जाहिर किजिए,
जज्बात अपने सामिल किजिए।
सही लगे तो दिल दिजीए,
और गलत लगे तो दर्द।-
सिसक रही हैं सारी ख्वाहिशें, इक तेरे इंतज़ार में।
औऱ क्या-क्या सहना पड़ेगा, मुझे तुम्हारे प्यार में।।-
मेरे आशियाने में आग लगाने वाले,
तू किस बहम में हैं,
बदला अग़र रुख़ हवाओं का,
तो ख़ाक तू भी होगा,
एक दिन......!!-
ईश्वर को हम बन्दों की किन बातों पर
हँसी आती है ??
यूँ कह दूँ हमारी बेक़ूफ़ी पर ....
सबका स्वागत है इस विषय पे अपनी बात रखने का ....
यह अलग बात है आज ईश्वर मेरी इस पोस्ट पर हँस रहे होगें या नहीं ....नहीं पता ....ख़ैर .... नन्दिनीप्रिया
21.02.2018
6:47pm-
इक रात है, के मेरे दहलीज़ से उठती नहीं ।
इक मैं हूँ, के इंतेज़ार सुबह का लिए बैठा हूँ।।-
अगर दोस्ती हो मुक्कमल,
तो वो एक जहा होती है,
धरती पर खुदा की एक,
पहचान होती है,
जब बनते है दो अज़नबी यहाँ दोस्त,
तो मुक्कमल दो जहा की दोस्ती होती हैं ,
जो समझे एक दूजे को मन के लफ्ज़ो से,
वही दोस्ती तो सरताज़ होती है।
यू तो दोस्ती किसी दिन के,
जश्न की मोहताज़ नही,
जो बदल दे ग़मो को भी,
खुशियों में.........
सही मायनों में वही दोस्तों की दोस्ती,
सरताज़ होती हैं..😊😊😊😊
Happy friendship day😊-
हे मेघा तुम बरश जाऔ ना,
अब ज़मीन जल चुकी है,
और आसमानं बाक़ि है,
जंगल मे उस सूखे हुये,
कुँए का इम्तहान बाक़ी है,
इस बार तुम बरस ही जाना वक़्त पे,
किसीं किसान का मकान गिरवीं है,
तो किसीं का लगान बाक़ि है।।-
इक cup "कॉफी " तेरे नाल पी लूं! (2) इक्को ही ख्वाहिश है मेरी कि दो पल तेरे नाल जी लूं!
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