आज "ईमानदारी" की नज़रे तिरछी हुई
लोग "बेईमानी" की बातें किया करते है
आज"खुशियां"दिखी गम में घुलती हुई
लोग"दुःख-कष्ट"की बातें किया करते है
आज "वफ़ादारी"की करतूते बदली हुई
लोग "आंखमिचोली" की बातें करते है
आज "इज्जत" की आँखे भी सूखी हुई
लोग"बेइज्जती"की बातें किया करते है
आज'हाथों की लकीरें दिखीं'बदली हुई
लोग "किस्मत" की बातें किया करते है
आज "अपनों की आदतें" बदली हुई
लोग "दूसरों" की बातें किया करते है-
30 DEC 2020 AT 11:08
13 DEC 2018 AT 3:06
खुदी को है बार बार तसल्ली, बदली आदतों की मानिंद,
ये अकेलापन भर देगा कभी मन मेरा भी ।।-
8 FEB 2020 AT 10:58
सलीके से झूठ बोलना
जब उसकी आदत में आ गया,
हुआ यूं कि,फिर
वह शख़्स सियासत में आ गया..!!-
28 APR 2018 AT 19:39
चेहरे का क्या? वो तो एक दिन, धुंधला जाएगा,
नाम हमारा, गुमनाम हो जाएगा।
अगर हमारी आदतें, याद होंगी तुम्हें,
तो फिर से, बिछड़ा हुआ मोहब्बत, तेरे पास आ जाएगा।।-
28 MAY 2020 AT 23:30
न तुम पसन्द हो न तुम्हारी आदतें
तुम्हारी कविताओं ने मुझको रोक कर रखा है-