Mahesh Bhargava 23 JAN 2020 AT 14:15 पतझड़ भी हिस्सा है जिंदगी के मौसम काफर्क सिर्फ इतना है कुदरत में पत्ते सूखते हैं हकीकत में रिश्ते तेरी यादें जैसे मौसम-ए-पतझड़.. जब भी आती है बिखेर देती है मुझे.. - Sakhi Bansal❦ 17 FEB 2019 AT 2:41 धीरे धीरे नैय्या डोलेहौले हौले मनवा बोलेलहरों के संग होलेओ नांवरी...धीमे धीमे पूर्वा गाएमद्धम मद्धम मेघ छाएभंवर कोई पड ना जाएओ सांवरी...भीनी भीनी खुशबू जागेझीनी झीनी चन्दन लागेमन कस्तूरी पीछे भागे ओ छांवरी...झलकी झलकी हवा महकेढलकी ढलकी रैना बहकेहल्की हल्की आग दहकेओ बांवरी... - Mohima Ghosh 28 MAY 2020 AT 16:40 When I was younger,I used mature words.Now, my words have matured. - Diti Swain 17 MAY 2020 AT 7:45 Some people make music together. And some, are music together... - PravasiOfficial AmitabhJha 6 JUN 2020 AT 14:55 है इस तूफ़ानी मंझधार में तेरा नाम जपता रहूं यही है अख़्तियार में - Chandra kanta Jain 31 JUL 2020 AT 14:36 आदमी को आदमी के काम आना चाहिए। ये न सोचो बदले में कुछ दाम आना चाहिए। अपनी कोशिश हो कि बस इंसानियत के दर्द में, चाहे थोड़ा ही सही आराम आना चाहिए। - Riddhi Datta 17 MAY 2020 AT 14:56 "How are you now?"" The way she left me." - Aravind Patel 5 NOV 2019 AT 20:43 वो जज़्बात नहीं लिखी,वो अपनी प्यार वाली रात नहीं लिखी,जिसे दुनियां को बताना चाहता था,वो मोहब्बत वाली बात नहीं लिखी...! -Dr Patel - Preethi Gehlot 8 JUN 2020 AT 0:19 there is no cleanliness.Everything needs to be clean -Mirror of feelingFloor for spaceCupboards of careWindows of trust andwalls of forgiveness. - Gaurav Sinha 22 OCT 2020 AT 1:14 जैसे पगडंडियां मिल जाया करती हैंभटकी हुई वीरान सड़कों सेबिछड़ो तो इस तरह जैसेनदियां खो देती हैं खुद कोसमाकर एक अंजान समंदर में -